छत्तीसगढ़ में 40 से ज्यादा को बनाया बंधक
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला स्थित ओटेबंद गांव में में धर्मांतरण के लिए आए मिशनरियों की वजह से बवाल हो गया। ग्रामीणों ने 40 से ज्यादा की संख्या में पहुंचे ईसाई समाज के लोगों को बंधक बना लिया।
इसमें पुरुष, बच्चे व महिलाएं भी शामिल थीं। घटना रविवार-सोमवार मध्यरात्रि की है। गांव में तनाव बढ़ता देख नंदिनी पुलिस थाने को सूचना दी गई। इस बीच भाजपा, हिंदू परिषद व शिवसेना के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंच गए और जय श्रीराम के नारे लगाने लगे।
नंदिनी थाना की पुलिस ग्रामीणों को समझाती रही, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद दुर्ग मुख्यालय से पुलिस बल बुलाना पड़ा। पुलिस ने धर्मांतरण कराने पहुंचे सभी लोगों को हिरासत में लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार धमधा ब्लॉक के ओटेबंद गांव में विशेष प्रार्थना और धर्मांतरण की खबर से तनाव की स्थिति बन गई।
यहां रायपुर सहित कई जगहों से बच्चे, पुरुष और महिलाओं सहित 40 से ज्यादा लोग पहुंचे थे। गांव के भाटापारा इलाके में विशेष सभा का आयोजन किया गया था।
इसकी सूचना ग्रामीणों को हुई तो गांव वाले वहां जुट गए। बाहर से आने वालों से गांव आने की वजह पूछने लगे। इस दौरान सभी गोलमोल जवाब देते रहे।
कुछ विशेष प्रार्थना सभा की बात कहने लगे। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने कुछ लोगों की पिटाई भी कर दी। सभी को एक सामुदायिक भवन में रखा गया था। इसी बीच नंदिनी थाना की पुलिस पहुंची।
पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया और धर्मांतरण व विशेष सभा के लिए महिलाओं व पुरुषों को हिरासत में लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे भाजपा, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय विधायक का पुतला भी जलाया।