तालिबान और ISIS में भीषण लड़ाई, कई मरे

अफगानिस्तान में तालिबान राज की वापसी के बाद एक नई जंग शुरू हो गई है। अब अफगानिस्तान में तालिबान और आईएसआईएस आमने-सामने हैं।

अफगानिस्तान के उत्तरी पारवान प्रांत की राजधानी छारीकार में तालिबान और आईएसआईएस के बीच अलग-अलग झड़पों में कम से कम 20 तालिबानियों के मारे जाने की खबरें हैं।

माना जा रहा है कि इन इलाकों में तालिबानियों और आईएसआईएस के आतंकियों के बीच गोलीबारी और बमबारी हुई है, जिसमें दोनों तरफ से काफी लोग मरे हैं।

बता दें कि अगस्त के आखिर में काबुल एयरपोर्ट पर आईएसआईएस ने ही धमाका किया था, जिसमें कई लोग मारे गए थे।

हालांकि, कहा जा रहा है कि इस लड़ाई में तालिबानियों ने आईएसआईएस को बड़ा चोट दिया है और उसका एक ठिकाना भी ध्वस्त किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, तालिबान सैनिकों ने छारीकर शहर में काल ख्वाजा में एक मकान को निशाना बनाकर गोलियां चलाई थीं और इस दौरान दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में कम से कम नौ तालिबानी मारे गए तथा एक महिला समेत तीन नागरिकों की भी मौत हो गई। 

वहीं, दूसरे हमले में आईएस के आतंकवादियों ने तालिबानियों को लेकर जा रहे एक वाहन पर बम फेंका जिसमें कम से कम तीन तालिबानी मारे गए। बता दें कि दोनों ही आतंकवादी संगठन है, मगर तालिबान और आईएसआईएस के बीच काफी समय से तकरार रहा है।

15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा किया था। अफगानिस्तान में आईएसआईएस-के काफी खूंखार माना जाता है।

आईएसआईएस और तालिबान दोनों कट्टर सुन्नी इस्लामी आतंकवादी हैं लेकिन ये एक दूसरे के दोस्त नहीं बल्कि दुश्मन हैं और एक-दूसरे का विरोध करते हैं।

ISIS-K के तालिबान के साथ बड़े मतभेद हैं। ISIS-K ने तालिबान पर जिहाद छोड़ने का और कतर के पॉश होटलों में शांति वार्ता मान लेने का इल्जाम लगाया।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंटरनेशनल सिक्योरिटी एंड कोऑपरेशन के अनुसार, उनके मतभेद भी वैचारिक हैं।

केंद्र ने कहा, “दोनों समूहों के बीच शत्रुता वैचारिक मतभेदों और संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा दोनों से उत्पन्न हुई। आईएस ने तालिबान पर एक सार्वभौमिक इस्लामी पंथ के बजाय एक संकीर्ण जातीय और राष्ट्रवादी आधार से अपनी वैधता खींचने का आरोप लगाया।”

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