कोरोना नियंत्रण में यूपी मॉडल बना, इसमें आंगनबाड़ी बहनों का बड़ा योगदान: मुख्यमंत्री
योगी ने दिए 1.23 लाख मोबाइल और 1.87 लाख इन्फैंटोमीटर
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को तकनीक से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम उठाया। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने पोषण अभियान के तहत 1.23 आंगनबाड़ी कार्यकर्ति्रयों को उनकी कार्य सुविधा के लिए 1.23 लाख स्मार्टफोन और बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 1.87 लाख इन्फैंटोमीटर बांटे।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे खुशी है कि तकनीक हमारे कार्य को आसान ही नहीं करती, बल्कि पारदर्शी भी बनाती है। हमें उस फील्ड में दक्ष बनाने के साथ-साथ सम्मान का पात्र भी बनाती है।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणा बदली है। हर एक विभाग ने कुछ न कुछ नया और अच्छा किया है। याद कीजिए आज से साढ़े 4 साल पहले की क्या स्थिति थी। याद करिए पिछली सरकार में क्या स्थिति थी।
आज स्थिति बदली है, आंगनबाड़ी बहनों का सम्मान हमारी सरकार में बढ़ा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लोग सम्मान भरी नजरों से देखते हैं। मैं ने स्वयं बहुत नजदीक से इनकी कार्य पद्धति को देखा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें यह जानना होगा कि कोई भी व्यक्ति या संस्थान चाहे जितना अपना प्रचार-प्रसार कर दे, लेकिन उसकी असली पहचान विपत्ति के समय ही की जा सकती है।
कोरोना पूरी दुनिया में था, लेकिन देश की मीडिया की नजरें उत्तर प्रदेश पर थीं, क्योंकि जिससे उम्मीद होती है, नजर भी उसी पर रहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी में कार्य करने वाली ये बहनें कोरोना महामारी के दौरान लोगों के घर-घर जाती थीं।
कोई भी व्यक्ति, जो सर्दी, जुकाम आदि रोगों से बीमार है, उसे मेडिसिन किट उपलब्ध कराती थीं। उनकी सूची तैयार कर शाम तक जिला मुख्यालय तक पहुंचाने का कार्य करती थीं।
कोरोना को उत्तर प्रदेश ने जिस तरह से नियंत्रित किया है, उससे एक नया मॉडल तैयार हुआ है। जो दूसरों को भी संदेश देता है कि सामूहिक कार्य करने से हम किसी भी बड़ी चुनौती से आसानी से निपट सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 7 सितंबर को राष्ट्रीय पोषण माह 2021 का शुभारंभ किया था। इसके तहत सीएम योगी ने नए बने 529 आंगनबाड़ी केंद्रों का भी उद्घाटन किया था।