अमेरिका ने कहा- भारत और जापान को AUKUS में शामिल नहीं करेंगे
दिल्ली: अमेरिका ने हिंद-प्रशांत (इंडो-पैसिफिक) से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ पिछले हफ्ते सुरक्षा समझौता किया था। इस करार को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की आक्रामकता को कंट्रोल करने के नजरिए से देखा जा रहा है, लेकिन अमेरिका ने इस पार्टनरशिप में भारत और जापान को शामिल करने से इनकार कर दिया है।
अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया की पार्टनरशिप को AUKUS नाम दिया गया। इसका मतलब तीनों देशों के नामों से है। इसके विस्तार से जुड़े सवाल पर व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इंडो-पैसिफिक की सुरक्षा के लिए की गई पार्टनरशिप में किसी और को शामिल नहीं किया जाएगा। दरअसल एक रिपोर्टर ने साकी से ये सवाल इसलिए किया था, क्योंकि अमेरिका में 24 सितंबर को QUAD देशों की मीटिंग होनी है और QUAD में भारत और जापान भी शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां बनाने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन के साथ सुरक्षा समूह बनाया है। इस गठबंधन (AUKUS) से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामकता को कंट्रोल किया जा सकेगा। इस लिहाज से AUKUS का हिंद-प्रशांत सुरक्षा समूह में आना भारत के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। माना जा रहा था कि इससे भारत के लिए परमाणु सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे, क्योंकि अभी तक इस मामले में हमें सिर्फ रूस से मदद मिल रही है। हालांकि अमेरिका ने अब साफ कर दिया है कि वह AUKUS में भारत को शामिल नहीं करेगा।