भाजपा में सुरक्षित नहीं दलितों का मान-सम्मान : अहिरवार

विदिशा। विदिशा जिले के गंजबासौदा भाजपा ग्रामीण मण्डल अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष पद से राजेश अहिरवार लालपठार बासौदा ने इस्तीफा और कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
उन्होंने बताया कि भाजपा की गलत नीति के कारण उन्हें भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा तथा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की नीति एवं पूर्व विधायक वर्तमान जिलाध्यक्ष निशंक कुमार जैन की कार्यशैली से प्रभावित होकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
राजेश अहिरवार ने पूर्व विधायक निशंक जैन के जन्मदिन पर शुभकामनाओं के समय मुलकात के बाद कांग्रेस की सदस्यता ली।
राजेश अहिरवार ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठन श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ के प्रदेश अध्यक्ष माननीय वारेलाल अहिरवार माह जुलाई में गंजबासौदा लाल पठार पर कुएं दुर्घअना में मृत लोगों के परिवारजनों को शोक संवेदनाएं व्यक्त करने आए थे।
उन्हें अहिरवार समाज के लोगों द्वारा बताया कि भाजपा पार्टी ने जिला कार्यकारिणी में अहिरवार समाज के किसी भी व्यक्ति के लिए स्थगन नहीं दिया।
तो उनके नेतृत्व में गंजबासौदा अहिरवार समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ क्षेत्रीय विधायक एवं जिला भाजपा अध्यक्ष के भेंट कर जिला कार्यकारिणी में अहिरवार समाज के लिए स्थान देने के लिए अपनी बात रखी, इसके बाद भी भाजपा पार्टी द्वारा आज तक अहिरवार समाज के किसी भी व्यक्ति के लिए जिला कार्यकारिणी में कोई स्थान नहीं दिया गया।
इससे दुखी होकर राजेश अरिहवार ने भाजपा से नाता तोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है, साथ ही राजश अरिहवार ने कहा कि भाजपा पार्टी में सुरक्षित नहीं है दलितों का मान सम्मान।
दलित वर्ग को उनके वर्ग तक सीमित रखना एवं संगठन में स्थान न देना, यह भाजपा की नीति है। इसी का नतीजा रहा है कि विदिशा जिले की जिला कार्यकारिणी में अहिरवार समाज को भाजपा पार्टी द्वारा प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है।
साथ ही उन्होंने बताया कि भाजपा शासन में देश का लोकतंत्र और भारतीय संविधान खतरे में है, जिसे लोगों को समझना चाहिए।