मुख्यमंत्री के सपनों के शहर में केबल कार
इंदौर। विकास प्राधिकरण शहर के मध्य केबल कार के लिए सर्वे के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति करने जा रहा है। इसके लिए टेंडर जारी होते ही उसे काम सौंप दिया जाएगा। क्योंकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सपनों के शहर में अब रोप-वे योजना के तहत केबल कार की योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है।
दरअसल मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा के साथ ही आवास एवं पर्यावरण मंत्रालय भोपाल से निर्देश जारी हुए थे और उस अनुसार शहर के मध्य में तीन श्रेणी में सर्वे करवाया जा रहा है जिसमें बेस क्रमांक एक में ट्रैफिक किना है? केबल कार के लिए कितना रास्ता मिल जाएगा? जहां पर वह आसानी से केबल कार का उपयोग कर सकते हैं।
बेस दो में केबल कार को लेकर परेशानी कितनी आएगी? जिसमें बाधक निर्माण कितने हैं? बेस तीन में रास्ता सुनिश्चित किया जाएगा तो बेस क्रमांक चार में खर्च को लेकर भी कंसलटेंट कंपनी सवे के बाद अपनी रिपोर्ट विकास प्राधिकरण को देगी।
इस पूरी योजना में वैसे तो करोड़ों रुपए खर्च होंगे। लेकिन इसे शहरी परिवहन के तहत शामिल किया गया है। यह भी रास्ता निकाला जा रहा है कि शहर के मध्य में व्यस्ततम क्षेत्र रहता है जहां पर आवागमन बमुश्किल हो पा रहा है।
ऐसे में रोप-वे योजना के तहत केबल कार तारों पर यात्रियों को गंतव्य स्थान पर पहुंचाने का काम करेंगे। इस योजना के तहत सबसे महत्वपूर्ण रूट का सर्वे किया जाएगा और इस सर्वे पर ही 40 लाख रुपए से अधिक खर्च किए जा रहे हैं।
विकास प्राधिकरण जल्द ही इसके लिए टेंडर जारी करने जा रहा है। जिसके उपरांत आगे की रूपरेखा बन सकती है। आईडीए सीईओ विवेक श्रोत्रिय ने बताया कि इस योजना के तहत सर्वे किया जा रहा है और केबल कार के रूट को लेकर सभी बिंदुओं पर सर्वे होगा और प्राइवेट कंपनी द्वारा सर्वे की रिपोर्ट देने के बाद ही आगे की रूपरेखा बन सकती है। शहर के मध्य में एक तरह से इस योजना को शहरी परिवहन प्रोजेक्ट के तहत लागू किया जा सकता है।