इश्क में पत्नी और बच्चों की हत्याकर शव घर में दफनाया
ग्रेनो वेस्ट के चिपियान गांव निवासी व्यक्ति ने पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर शव बेसमेंट में दफना दिए। इसके बाद ससुर को फंसाने के लिए दोस्त की हत्या कर उसे खुद का शव बताने की साजिश रची।
पुलिस ने बुधवार को हरियाणा के सोनीपत से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस साजिश में उसका रिटायर्ड पुलिसकर्मी पिता भी शामिल था।
राकेश पुत्र बनवारी निवासी नौगंवा थाना गंगीरी अलीगढ़ का निवासी है। उसके पिता बनवारी रिटायर पुलिसकर्मी हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चिपयाना गांव में राकेश के पिता का एक और मकान है।
वर्ष 2018 में राकेश अपनी पत्नी बच्चों के साथ नोएडा जा बसा। इसी दौरान राकेश के प्रेम संबंध नोएडा में ही रूबी नाम की सिपाही से हो गए।
रूबी ने राकेश से शादी करने का वायदा करते हुए शर्त रखी कि शादी तब करेगी, जब राकेश अपनी पत्नी व दो बच्चों की हत्या कर देगा। इस पर राकेश ने पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या कर शव बेसमेंट में दफना दिए।
इसके बाद राकेश ससुराल एटा स्थित मारहरा आ गया। यहां ससुर मोतीलाल को बताया कि उनकी बेटी, दोनों बच्चों के साथ लापता है। ससुर से ही बेटी की गुमशुदगी लिखाई।
हालांकि, ससुर इसके बाद भी राकेश पर शक करता रहा। इस पर कोर्ट के आदेश पर बिसरख थाने में दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया। इस मुकदमे से बचने के लिए राकेश ने नई साजिश रची।
इसके तहत 25 अप्रैल वर्ष 2018 को राकेश पुत्र बनवारी नौगंवा गंगीरी अलीगढ़ से अपने दोस्त कल्लू को यह कहकर गांव से लाया था कि उसकी पत्नी को तलाश करने ढोलना क्षेत्र में जाना है।
राकेश ने दोस्त कल्लू का सिर काटकर हत्या कर दी थी और उसके शव को अपने कपड़े पहनाकर अधजला फेंक दिया। शव का सिर नहीं मिला था।
राकेश शव के कपड़ों पर अपना प्राइवेट नौकरी का आईकार्ड डालकर फरार हो गया। बाद में शव मिलने पर राकेश के पिता बनवारी व भाई राजीव ने शव की शिनाख्त राकेश के रूप में की थी।
यह शव कासगंज क्षेत्र में मारूपुर रेलवे पुल के पास पड़ा मिला था। इसके बाद राकेश के ससुरालीजनों पर उसके भाई राजीव ने राकेश को गायब कर हत्या कराने का मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमे में आरोपी ससुर मोतीलाल ने ढोलना पुलिस के समक्ष अपने आप को निर्दोष बताते हुए उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला डाला। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई।
ढोलना पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर राकेश के बताए गए शव का विसरा के आधार पर राकेश के परिजनों व उसके दोस्त कल्लू के परिजनों का डीएनए टेस्ट कराया।
इसकी रिपोर्ट अगस्त की शुरुआत में आई तो डीएनए का राकेश के परिजनों से मिलान नहीं हुआ। इस पर पुलिस को राकेश के पिता बनवारी पर शक हुआ।
पुलिस ने पिता बनवारी को पूछताछ के लिए उठा लिया। इस दौरान पिता का मोबाइल पुलिस के कब्जे में रहा। पूछताछ में पिता ने सब हकीकत बता दी।