भाई वीरेन्द्र को स्पीकर की कड़ी नाराजगी के बाद मांगनी पड़ी माफी
बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र आसन को बेईमान कहकर सदन में बुरी तरह घिर गए। मंत्री प्रमोद ने इस पर आपत्ति जताई।
विस स्पीकर विजय सिन्हा की कड़ी नाराजगी के बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी। इसके बाद भी स्पीकर का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो संसदीय कार्य मंत्री ने बीच बचाव किया। संसदीय कार्यमंत्री ने स्पीकर से माफ करने का आग्रह किया और किसी तरह उनका गुस्सा शांत कराया।
इस दौरान स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि दंभी लोग माफी के काबिल नहीं होते। उन्होंने वरिष्ठ सदस्यों को चेताते हुए कहा कि याद रखिए नए लोग आपसे प्रेरणा लेते हैं।
बिहार मॉनसून सत्र के चौथे दिन भी विधानसभा की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही। विपक्षी सदस्यों ने आज महंगाई और बेरोजगारी के मु्द्दे पर जमकर हंगामा किया। कोरोना से हुई मौतों को छिपाने पर भी जमकर नारेबाजी हुई। इस बीच माले विधायक वेल में चले गए। करीब 16 मिनट बाद संसदीय कार्यमंत्री और आसन के आग्रह पर वे वेल से अपनी सीट पर वापस लौटे।
इसके पहले मॉनसून सत्र के पिछले तीन दिन भी पक्ष-विपक्ष के बीच गतिरोध बना रहा। बजट सत्र के दौरान विधायकों से हुई मारपीट के मसले पर कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्ष पहले दिन से हमलावर है।
राजद के सदस्य लगातार हेलमेट लगाकर सदन में पहुंच रहे हैं। उनका कहना है कि 23 मार्च की घटना के बाद उन्हें डर लगता है। कब कौन उन पर हमला कर दे कुछ पता नहीं है। कल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सदन में इस मुद्दे को पुरजोर ढंग से उठाया था।
उन्होंने मामले में दोषी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। गौरतलब है कि इस मामले में जांच के बाद दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट नहीं है।
उधर, सत्ता पक्ष के विधायक इस मामले में 23 मार्च सदन के अंदर मर्यादा भूलने वाले विपक्षी विधायकों के खिलाफ अवमानना कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।