जासूसी को लेकर अमेरिका भी चिंतित
भारत में पेगासस जासूसी मुद्दे पर अमेरिका ने कहा वह जासूसी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के खिलाफ है। अमेरिका ने कहा कि वह नागरिक संगठनों, सत्ता के आलोचकों और पत्रकारों के खिलाफ न्यायेतर तरीकों से जासूसी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के खिलाफ है।
हालांकि, अमेरिका ने यह स्पष्ट किया कि उसे भारत में चल रहे पेगासस विवाद के संबंध में कोई खास गहरी जानकारी नहीं है। भारत समेत कई देशों में नेताओं, पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों की कथित जासूसी के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से निजता से संबंधित मुद्दे को लेकर चिंता बढ़ी है।
एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन के अनुसार इजराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप टेक्नोलॉजीज द्वारा विभिन्न सरकारों को बेचे गए फोन स्पाइवेयर का निशाना बने लोगों में नेता, अधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार शामिल हैं।
दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामले के कार्यकारी सहायक मंत्री डीन थॉम्पसन ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, नागरिक संगठन, या सत्ता के आलोचकों अथवा पत्रकारों या ऐसे किसी भी व्यक्ति के खिलाफ न्यायेतर तरीकों से ऐसी तकनीक के उपयोग की पूरी अवधारणा हमेशा चिंता का विषय रही है।