पटरी से उतरी बिजली व्यवस्था
राठ : कस्बे व ग्रामीण क्षेत्र की बिजली व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। भीषण गर्मी में लोग बिजली संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन अधिकारी बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं करा पा रहे हैं।
कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र की बिजली कटौती से दिन में चैन नहीं मिलता और न ही रात में सुकून की नींद आती है। विभागीय रोस्टर के मुताबिक भी कई-कई घंटे बिजली कटौती की जाती है। कागजों में तो कस्बे वासियों को 21:30 घंटे बिजली दी जा रही है। हकीकत में बिजली 12 घंटे बमुश्किल मिल पाती है।
सब स्टेशन के एसएचओ महेश यादव ने बताया कि बिजली सुबह 7:10 से 8:10 बजे और शाम 5:30 से 7:00 बजे तक की बिजली कटौती रोस्टर है। हवा, पानी, आंधी और फाल्ट के कारण बिजली की कटौती की जाती है।
वहीं खुले में रखे ट्रांसफार्मर लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। हमीरपुर रोड स्थित जीजीआईसी कॉलेज गेट के बाहर सड़क पर खुले में रखा ट्रांसफार्मर मौत को दावत दे रहा है।
अधिकांश ट्रांसफार्मर खुले में ही रखे हुए हैं इनमें न तो जाली लगी है और न ही कोई सुरक्षा के इंतजाम है। आए दिन मवेशियों की इन ट्रांसफॉर्मर की चपेट में आकर मौत हो जाती है।