एक्टिविस्ट आयशा सुल्ताना पर राजद्रोह का मामला दर्ज
नई दिल्ली: लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के लिए फिल्म निर्माता और कथित एक्टिविस्ट आयशा सुल्ताना मुसीबत में पड़ गई हैं। एक टीवी डिबेट के दौरान ‘बायो वेपन’ वाली टिप्पणी को लेकर लक्षद्वीप पुलिस ने गुरुवार यानी 10 जून को आयशा सुल्ताना के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। सुलताना के खिलाफ ये शिकायत भाजपा की लक्षद्वीप इकाई के अध्यक्ष अब्दुल खादर ने कवरत्ती पुलिस को दर्ज कराई है। लक्षद्वीप के चेटियाथ द्वीप की रहने वाली आयशा स्थानीय मॉडल और अभिनेत्री सुल्ताना ने कई मलयालम फिल्म निर्माताओं के साथ काम किया है।
शिकायत में खादर ने आरोप लगाया था कि लक्षद्वीप में चल रहे सुधारों पर मलयालम चैनल ‘मीडिया वन टीवी’ पर हालिया डिबेट के दौरान आयशा ने कथित तौर पर कहा था कि केंद्र प्रफुल्ल पटेल को ‘बायो वेपन’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इस टिप्पणी का भाजपा की लक्षद्वीप इकाई ने विरोध किया था। हाजी की शिकायत पर IPC (देशद्रोह) की धारा 124 A के तहत कवरत्ती पुलिस स्टेशन में आयशा सुल्ताना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इधर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने केरल में भी आयशा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवायी है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सुल्ताना का एक राष्ट्रविरोधी कृत्य था, जिसने केंद्र सरकार की “देशभक्ति की छवि” को धूमिल किया। इतना ही नहीं उन्होंने इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। इससे पहले भी भाजपा ने फिल्म निर्माता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए द्वीप में विरोध प्रदर्शन किया।
बताते चलें कि फिल्मी दुनिया से जुड़ी आयशा केंद्र शासित प्रदेश में सुधारों और प्रस्तावित कानून के खिलाफ अभियानों का नेतृत्व करती रही हैं। हालांकि, आयशा ने अपने इस बयान को सही ठहराते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया कि “मैंने टीवी चैनल की बहस में जैव-हथियार शब्द का इस्तेमाल किया था। मैंने महसूस किया है कि पटेल और उनकी नीतियों ने एक जैव-हथियार के रूप में काम किया है। उन्होंने कहा कि पटेल और उनके दल के कारण ही लक्षद्वीप में कोरोना भी फैला।