मिट्टी के घड़े से पानी पीने के यह हैं लाभ
नई दिल्ली। शहरी जीवन में हम लोग इतने रस-बस गए है कि हम अपनी परंपराओं को भी ताक़ पर रखने लगे हैं। तकनीकी के हम इतने ज्यादा मोहताज हो गए है कि हमारा रहन-सहन और जीने का तरीका सब कुछ बदल गया है।
बदलते लाइफस्टाइल की वजह से ही अनजाने में ही हम कई बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। गांवों में आज भी पुरानी परंपराएं चल रही है। वहां खाना पकाने से लेकर पानी पीने तक के लिए मिट्टी के घड़ों का इस्तेमाल किया जाता है।
मिट्टी के बर्तन में पानी वाष्पीकरण के सिद्धांत के माध्यम से प्राकृतिक रूप से ठंडा करता है। घड़े में रखे पानी में जितना ज्यादा वाष्पीकरण होता है पानी उतना ही ज्यादा ठंडा होता है।
शहरों में ठंडा पानी पीने के लिए हम लोग फ्रिज पर निर्भर रहते हैं, लेकिन आप जानते हैं कि फ्रिज का ठंडा पानी आपकी इम्यूनिटी कमज़ोर करता है। आइए जानते हैं कि घड़े का पानी पीने के कौन-कौन से फायदे हैं।
गर्मियों में ठंडा पानी पीने की तलब ज्यादा होती है और हम फिज्र से ठंडा पानी पीते रहते हैं। कोरोनाकाल में ठंडा पानी सर्दी जुकाम कर सकता है जो कोरोना को दावत देने के लिए काफी है।
ठंडा पानी पीने से गले की कोशिकाओं का ताप अचानक से गिर जाता है जिसके कारण गले का पकना और गले की ग्रंथियों में सूजन आने लगती है। ठंडा पानी शरीर की क्रियाओं को बिगड़ता है।
गर्मी तेज़ होते ही हम लोग फ्रिज का तेज़ ठंडा पानी पीने लगते हैं लेकिन आप जानते हैं कि तेज ठंडा पानी आपकी इम्यूनिटी घटाता है। मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा करके पीने से इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहता है। घड़े में पानी स्टोर करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है।