कलयुगी शिक्षकों ने तार – तार की नाबालिग की इज्जत
जोधपुर, रिश्तों की मर्यादा और मानवीय भाव तो मानों जैसे लोग भूल गए हो। इसकी बानगी एक बार फिर राजस्थान में देखने को मिली है। यहां जोधपुर के शेरगढ़ तहसील से गुरू और शिष्य के रिश्तों को तार-तार कर देने वाली शर्मनाक घटना सामने आई है।
यहां एक सरकारी स्कूल के दो शिक्षकों पर शिक्षा के मंदिर यानी विद्यालय परिसर में एक मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाने का मामला सामने आया है। घटना मार्च माह के दूसरे सप्ताह की बताई जा रही है।
परिजनों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। पीड़िता के पिता ने शेरगढ़ थाना पुलिस मे मामला दर्ज करवाया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच में पुलिस जुटी है।
एफआईआर में पीड़िता के परिजनों ने बताया कि उनकी नाबालिग पुत्री शेरगढ़ थाना क्षेत्र के बाबा की निम्बडी मोकम गढ की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यायल में पढ़ती थी। इस दौरान अघ्यापक सुरजाराम व सहीराम ने विद्यालय परिसर में ही उसकी नाबालिग पुत्री के साथ बलात्कार जैसा घिनौना कृत्य किया है। पिता ने बताया कि घटना के दौरान दो शिक्षकों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 342 व 376 डी ए व पोक्सो की धारा 5 एफ जी 6 में मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वृत सीओ बालेसर राजुराम मामले की जांच में जुटे है। फिलहाल नाबालिग की मेडिकल जांच करवाने के लिए उसे जोधपुर भेजा गया है, लेकिन इस घटना ने पूरे जोधपुर को सन्न कर दिया है।
शिक्षा के मंदिर में दो शिक्षक की ऐसी मानसिकता को लेकर अब सवाल उठाये जा रहा है, वहीं लोग यह भी कह रहे है कि आखिर ऐसे खबरों के सामने आने के बाद कैसे बालिका शिक्षा के बढ़ावे के बारे में सोचा जा सकता है।