हमीरपुर : एक बच्ची की माँ की दूसरी शादी
पति की सूचना पर पुलिस ने रोकी शादी
झांसा देकर पिता लाया घर और दूसरा विवाह करने की कर डाली तैयारी
भरुआ सुमेरपुर (हमीरपुर)। एक वर्ष पूर्व प्रेम विवाह करके एक बच्चे की मां बनी बेटी को पिता कानपुर से झांसा देकर अपने साथ ले आया और कस्बे के तपोभूमि के आगे सुनसान जगह पर बने एक मकान में ले जाकर दूसरे विवाह की तैयारी शुरू कर दी।
फेरे पडने के पूर्व ही पति की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा और पिता को हिरासत में ले लिया। बाद में थाने में समझौता होने के बाद विवाहिता अपने पति एवं नौनिहाल पुत्री के साथ बगैर किसी कार्यवाही कराए वापस कानपुर चली गई। यह घटना कस्बे में चर्चा का विषय बनी हुई है।
कस्बे के बसंत नगर निवासी फूलदीन पाल की पुत्री निशा ने परिजनों की बगैर मर्जी के गत वर्ष 11 मई को कानपुर के बाकरगंज बाबूपुरवा निवासी अजय सिंह पुत्र श्यामलाल से प्रेम विवाह किया था। इन दोनों से 8 माह की एक पुत्री भी है। अजय सिंह ने बताया कि गत 26 मई को निशा का पिता फूलदीन उसके घर आया और कहा कि परिवार में शादी है इसलिए सभी गिले-शिकवे दूर करके बिटिया को मेरे साथ भेज दो। ससुर का बड़ा दिल देखकर दामाद पिघल गया और खुशी-खुशी पत्नी और बेटी को ससुर के साथ भेज दिया।
26 मई को बेटी तथा नातिन के साथ फूलदीन घर लौट आया और पुत्री को शादी मे जाने के लिए तत्काल तैयार हो जाने के लिए कहा। पिता के कहने पर निशा आनन-फानन में शादी समारोह में जाने के लिए तैयार हो गई।
बताते हैं कि पिता फूूूलदीन ने इसी दौरान निशा की पुत्री को धोखेे से गायब करा दिया और पुत्री को लेकर ब्यूटी पार्लर जा पहुंचा और पूर्व नियोजित योजना के तहत दुल्हन की तरह तैयार करा दिया। इसके बाद वह उसे लेकर सीधे तपोभूमि के आगे निर्जन स्थान पर बने एक मकान में लेे गया। जहां पर पहले से ही कुछ लोग मौजूद थे। यहां पहुंचते ही निशा को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है.लिहाजा उसने बगैर समय गवाएं पति को फोन से सारा वाकया बताकर बचाने की गुहार लगाई।
पत्नी के ऊपर आए संकट को देखकर पति ने बगैर समय गवाये थाना पुलिस के साथ डायल 112 को सारे घटनाक्रम से अवगत कराकर शादी रोके जाने की गुहार लगाई। पति की सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने लोकेशन के आधार पर छापा मारा और वरमाला पडने के पूर्व ही निशा को बचाकर उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया।
इसी बीच पति अपनी बहन के साथ रात में ही थाने आ पंहुचा। पति को सामने देखकर निशा फफक पड़ी और थानाध्यक्ष से बोली पिता ने मेरे साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। मैं अपने पति के सिवा कहीं और नहीं जा सकती। लिहाजा मुझे मेरे पति के साथ ही भेजा जायेे, साथ ही उसने पिता के खिलाफ किसी तरह की कानूनी कार्रवाई से भी मना कर दिया। बाद में थानाध्यक्ष बी पी सिंह ने निशा और उसकी पुत्री को अजय सिंह के सुपुर्द कर दिया. जिनको साथ लेकर अजय सिंह कानपुर वापस चला गया।
उधर पुलिस का छापा पड़ते ही वर पक्ष के लोग मौके से भाग निकले। यह घटना कस्बे में चर्चा का विषय बनी हुई है।