नदियों में मिले शवों का रीति रिवाज के साथ कराया अंतिम संस्कार
अंतिम संस्कार के लिए सरकार की ओर से दिए जा रहे 5 हजार रूपए
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गंगा समेत प्रमुख नदियों के किनारे बढ़ी पुलिस की गश्त, 24 घंटे पेट्रोलिंग
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पीएसी के साथ एसडीआरएफ की टीमों को भी लगाया गया
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नदियों व घाटों के किनारे जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
लखनऊ। 18 मई 2021, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रमुख नदियों में अंतिम संस्कार के लिए शवों के प्रवाहित करने पर रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को नदियों के किनारे विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। खासकर गंगा नदी के किनारे 24 घंटे पुलिस/पीएसी/एसडीआरएफ के जरिए पेट्रोलिंग कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
वहीं, जनपदों से मिले आंकड़ों के अनुसार वाराणसी में 7, गाजीपुर में 15, चंदौली व बलिया में 8 शव मिले थे, जिनका सरकार की ओर से पूरे रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कराया गया।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन व पुलिस को निर्देश दिए हैं कि गांवों एवं घाटों के आसपास के इलाकों में ध्वनि प्रसार यंत्रों / पीए सिस्टम के माध्यम से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए।
अंतिम संस्कार के लिए सरकार की योजना के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए, जिसमें शासन की ओर से गरीबों को शवों के अन्तिम संस्कार के लिए 5 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
साथ ही कोविड-19 संक्रामित शवों का अन्तिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के अन्तर्गत किए जाने के निर्देश दिए है।
नदियों में शव मिलने की घटना के बाद प्रमुख नदियों के किनारे पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई।