दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी जल्द होगी कुछ हद तक होगी दूर

नई  दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान देश में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। इसकी वजह से दिल्ली, कर्नाटक आदि के कई अस्पतालों में मरीजों की जान तक जा चुकी है। हाल ही में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। पीएम केयर्स से भी फंड को आवंटित किया गया है, ताकि 500 से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट्स को लगाया जा सके। ये प्लांट्स देश के तकरीबन हर जिलों में लगाया जाएगा, जिससे ऑक्सीजन मरीजों को मिल सके। ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए डीआरडीओ भी जोर-शोर से लगा हुआ है। डीआरडीओ इस महीने (मई) के पहले हफ्ते में दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में पांच ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने जा रहा है।

इसके बारे में जानकारी देते हुए डीआरडीओ ने  बताया, ”पीएम केयर्स ने देशभर में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने के लिए फंड आवंटित कर दिया है। इन प्लांट्स को तीन महीने के अंदर लगाया जाएगा। डीआरडीओ अपनी इंडस्ट्रीज के जरिए से पहले हफ्ते में पांच ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने जा रहा है।” मालूम हो कि पिछले महीने के मध्य में देश में ऑक्सीजन को लेकर जारी हाहाकार के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया था। केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि पीएम केयर्स फंड के जरिए देशभर के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन बनाने वाले 551 पीएसए (प्रेशर स्विंग एडसॉर्प्शन) प्लांट्स स्थापित किए जाएंगे। पीएमओ कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और इसके मद्देनजर अस्पतालों में तेज होती ऑक्सीजन की मांग के मद्देनजर प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपात राहत कोष (पीएम केयर्स) से देश के विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य केंद्रों में 551 पीएसए चिकित्सीय ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्लांट्स की स्थापना की जाएगी। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी पिछले कई दिनों से लगातार हो रही है।  दिल्ली हाई कोर्ट कई दफे केंद्र और केजरीवाल सरकार को इसके लिए फटकार भी लगा चुका है। कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र से कारण बताने को कहा कि कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए दिल्ली को ऑक्सीजन की आपूर्ति पर आदेश की तामील नहीं कर पाने के लिए उसके खिलाफ अवमानना कार्यवाही क्यों नहीं शुरू की जाए। अदालत ने कहा कि आप शुतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर छिपा सकते हैं, हम ऐसा नहीं करेंगे। क्या आपको इन चीजों के बारे में पता नहीं है।

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