दाल-फल और बिजली ने बढ़ाई थोक महंगाई
नई दिल्ली: महंगाई आम आदमी की कमर सीधी नहीं होने दे रही है। पेट्रोल-डीजल और घरेलू एलपीजी की कीमतों ने पहले से ही लोगों को सड़क से किचन तक परेशान कर रखा है, वहीं थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई लगातार दूसरे माह बढ़कर फरवरी में 4.17 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह इसका 27 महीने का उच्च्तम स्तर है। खाने-पीने और ईंधन, बिजली के दाम बढ़ने से मुद्रास्फीति बढ़ी है। सोमवार को सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।जनवरी महीने में थोक महंगाई दर 2.03 फीसदी रही, जबकि दिसंबर 2020 महीने में थोक मुद्रास्फीति दर 1.22 फीसदी थी।
कई माह तक लगातार नरम पड़ते जाने के बाद फरवरी माह में खाद्य पदार्थों के दाम 1.36 फीसद बढ़ गए। इससे पहले जनवरी में इनमें 2.80 फीसद की गिरावट आई थी।सब्जियों के दाम फरवरी में 2.90 फीसद घट गए, वहीं जनवरी में इनके दाम 20.82 फीसद नीचे गए थे। दालों की यदि बात की जाए तो फरवरी में दालों के दाम 10.25 फीसद बढ़ गए। वहीं फलों के दाम 9.48 फीसद और बिजली समूह की मुद्रास्फीति 0.58 फीसद रही। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा। यह लगातार चौथी समीक्षा थी, जिसमें दर में कोई बदलाव नहीं किया गया।