अंडर 18 क्रिकेटरों के लिए बाउंसर पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं हैं माइकल वॉन
नई दिल्ली: इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने अंडर 18 खिलाड़ियों के लिए बाउंसर पर प्रतिबंध लगाने के सुझाव को बकवास करार दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पुरूष क्रिकेट में सीधे युवा बल्लेबाजों को शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करना पड़ेगा तो यह उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पिछले कुछ समय में काफी युवा बल्लेबाजों को सिर पर गेंद लग चुकी है, जिसके चलते वह काफी दिक्कत में भी नजर आए हैं। ऑस्ट्रेलिया के उभरते हुए बल्लेबाज विल पुकोवस्की अबतक 9 बार कनकशन की चोट से गुजर चुके हैं।
हाल में ही कनकशन स्पेशलिस्ट माइकल टर्नर ने अपील की थी कि अंडर 18 आयुवर्ग में बाउंसर के इस्तेमाल पर रोक लगा दी जाए। टर्नर इंटररेशनल कनकशन एंड हेड इंजरी रिसर्च फाउंडेशन के मीडिया निदेशक हैं। इस पर पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन ने द टेलिग्राफ के साथ बातचीत करते हुए कहा, ‘यह बकवास सुझाव है। अगर युवाओं को सीनियर स्तर पर खेलते समय पहली बार शॉर्ट गेंदों का सामना करना पड़ेगा तो यह जोखिम भरा होगा।’ उन्होंने कहा कि अगर जूनियर स्तर पर बाउंसर पर प्रतिबंध लगाना है तो सीनियर स्तर पर भी लगाना होगा।
माइकल वॉन ने आगे कहा, ‘नेट्स पर ही युवा बल्लेबाजों को शॉर्ट गेंदों का सामना करना सिखाया जाता है। उस पर प्रतिबंध लगाना है तो सीनियर स्तर पर भी लगाना होगा। नवंबर 2014 में एक घरेलू मैच में सीन एबोट के बाउंसर पर ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज फिलीप ह्यूज की मौत के बाद खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर बहस शुरू हो गई थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई सीरीज में भी कई खिलाड़ियों को बॉल सिर पर लगी थी।