रूस में एक इवेंट के लिए अगले माह भारत के 200 जवानों को किया जाएगा रवाना, पाकिस्तान और चीन की सेना भी होंगी शामिल

दक्षिणी रूस के लिए भारत के करीब 200 जवानों को सितंबर में रवाना किया जाएगा। ये सब वहां Kavkaz-2020, बहुआयामी अभ्यास में हिस्सा लेंगे। इसमें चीन और पाकिस्तान समेत कई देशों के सैनिक भी शामिल होंगे और संयुक्त अभ्यास करेंगे। यह जानकारी भारतीय सेना के सूत्रों ने मंगलवार को दी। लद्दाख में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच तनाव जारी है और इस बीच सितंबर में दोनों देशों के सैनिक संयुक्त अभ्यास करेंगे।

18 देशों की सेना इस अभ्यास में संयुक्त तौर पर हिस्सा लेगी। इन 18 देशों में चीन, रूस, सीरिया, तुर्की समेत मध्य एशियाई देश अभ्यास की थीम के बारे में अधिकारी ने बताया, ‘यह 18 देशों की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास होगा और यह रूस के दुश्मन के खिलाफ एक कदम उठाया गया है।’ भारतीय सेना के एक अधिकारी ने बताया, ‘रूस ने हमें बहुआयामी अभ्यास  Kavkaz 2020 के लिए निमंत्रण भेजा है । साथ ही इस अभ्यास के लिए चीन और पाकिस्तान को भी निमंत्रण भेजा गया है।’

रूस के एस्त्राखान (Astrakhan) क्षेत्र में 15-26 सितंबर तक रूस में कई देशों की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास आयोजित किया जाएगा । इसमें रूस ने सभी शंघाई कोऑपरेशन आर्गेनाइजेशन (SCO) के सदस्य देशों व कुछ अन्य देशों को भी आमंत्रित किया गया है। SCO 8 सदस्यीय इकोनॉमिक और सिक्योरिटी ब्लॉक है जिसमें 2017 में भारत और पाकिस्तान शामिल हो गए थे। इस ग्रुप के संस्थापक सदस्यों में चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान है।

कोविड-19 के कारण रुके ट्रेनिंग प्रोग्राम की फिर से शुरुआत रूस से ही हो रही है जहां अंतरराष्ट्रीय तौर पर संयुक्त अभ्यास किए जा रहे हैं। इससे पहले भारत और चीनी सेना ने मॉस्को में जून माह में आयोजित 75वें विक्ट्री डे परेड में एक साथ हिस्सा लिया था।

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