धार्मिक पेंटिंग में उभर रहा अवध की चित्रकला का अक्स स्वच्छ हो रही रामनगरी…

रामनगरी के उत्तरी छोर पर प्रवाहमान सरयू की उद्दाम लहरें मानो रामलला के चरण पखारने को आतुर हों। यहां पहुंचते ही हर किसी को सरयू तट की आभा के साथ संवरती अयोध्या का ऐसा संगम दिखता है, जैसे रामनगरी में उदय के पूर्व नए युग का सूर्य आभा बिखेर रहा हो। ऐसे में ये पंक्तियां सायास जेहन में उतर आती हैं, अब बीतेगी काली रात, एक नया सूर्योदय होगा। मन में हो चाहे शंका, नाश पाप का निश्चय होगा। सरयू तट से जैसे अयोध्या के भीतरी हिस्से की ओर बढ़ते हैं, रामकी पैड़ी का कायाकल्प आपको विस्मृत करने लगता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी पांच अगस्त को रामलला के भव्य मंदिर के शिलान्यास के लिए देश की चुनिंदा हस्तियों के साथ रामनगरी में कदम रखेंगे।

इससे पहले की तैयारियां राममय अयोध्या का साक्षात्कार कराने की ओर अग्रसर हैं। सुरक्षा के लिए नयाघाट से फैजाबाद तक कदम-दर-कदम बैरिकेडिंग के प्रबंध हो रहे हैं और सड़क से लेकर बिजली की लाइन तक का कायाकल्प चल रहा है। इस स्थलों में हनुमानगढ़ी से लेकर साकेत महाविद्यालय तक का इलाका शामिल है। सड़क पर गड्ढों में महीन गिट्टी एवं तारकोल पैबस्त हो रहा है। पावर कार्पोरेशन लटके तारों को बदल कर निर्बाध बिजली व्यवस्था सुनिश्चित कराने की जिद्दोजहद कर रहा है। नगर निगम प्रशासन सफाई की मुहिम को महापौर रिषिकेश उपाध्याय के मार्गदर्शन में अंतिम रूप दे रहा है।

अयोध्या को उसकी आभा के अनुरूप दर्शाने के लिए जगह-जगह मंदिर एवं अन्य स्थलों पर धार्मिक पेंटिंग हो रही है। इस पेंटिंग में अवध की चित्रकला का अक्स भी उभर रहा है। शीर्ष पीठ मणिरामदासजी की छावनी में देवरहा हंस बाबा की ओर से रामलला को भोग लगाने एवं भक्तों को वितरित करने के लिए 11 हजार लड्डुओं को तैयार किया जा रहा है। सांसद लल्लू सिंह की ओर से मुख्य मार्ग पर लग रही होर्ड‍िंग प्रधानमंत्री के आगमन का संकेत दे रही हैं। तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या आए प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री से रामबल्लभाकुंज में मुलाकात हुई। वे यहां अधिकारी राजकुमार दास के साथ महापौर रिषिकेश उपाध्याय एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र से विमर्श कर रहे थे।

सवाल पूछने पर बोले, अयोध्या ही नहीं पूरी दुनिया रामलला का भव्य मंदिर देखने को उत्सुक है। प्रधानमंत्री के हाथों राममंदिर निर्माण शुरू होने से अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा क्षेत्र के सभी जिलों का विकास होगा। यह हम सब अपने जीवनकाल में देखेंगे, यह सौभाग्य की बात है। बिड़ला धर्मशाला का उद्यान संयोजित करने वाले माली बैकुंठलाल ने बताया कि भले ही हम रामजन्मभूमि परिसर में उद्घाटन को अपनी आंखों से न देख सकें, पर दूरदर्शन पर इस दृश्य को अवश्य देखेंगे। प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के जाने के बाद रामलला का दर्शन करने जाएंगे। ऐसी ही प्रबल इच्छा अयोध्या के हर खास ओ आम की नजर आ रही है।

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