केंद्र सरकार ने कहा- PM मोदी के बयान को गलत तरीके से पेश करने का किया जा रहा प्रयास
केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत-चीन सीमा (Line of Actual Control यानी LAC) को लेकर दिए गए बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए बताया गया कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री के बयान को गलत तरीके से पेश करने का प्रयास किया जा रहा है। दरअसल, राहुल गांधी ने कहा था, ‘ भारत ने चीनी आक्रामकता के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।’
प्रधानमंत्री ने बैठक में चीनी सैनिक के भारतीय इलाके में घुसपैठ से साफ इनकार किया। केंद्र सरकार ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर किसी तरह के हमले के प्रयास का जवाब भारतीय सैनिक निश्चित तौर पर देंगे। उन्होंने इसपर विशेष तौर पर जोर दिया कि पहले सामने आई इस तरह की चुनौतियों की तुलना में अभी कहीं ज्यादा बेहतर तरीके से भारतीय सेना इसका जवाब देती है। सर्वदलीय बैठक को यह भी सूचित किया गया कि इस बार चीनी बल पूरी मजबूती के साथ सीमा की ओर बढ़े थे जिसका यथोचित जवाब भारत की ओर से दिया गया। ने पूरी ताकत से दिया।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में भारत-चीन सीमा पर तनावपूर्ण हालात व दोनों देशों की सेना के बीच हिंसक टकराव को लेकर चर्चा की। बैठक में मौजूद तमाम दलों के नेताओं ने इस संवेदनशील मुद्दे पर अपने विचार रखे। इस वर्चुअल बैठक की शुरुआत में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक तनातनी में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर सैनिकों के सम्मान में शांति के साथ खड़े नजर आए।
बैठक में भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी नेता शरद पवार, टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, डीएमके के एमके स्टालिन, वाइएसआर कांग्रेस के वाइएस जगन मोहन रेड्डी और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे समेत कई नेता मौजूद थे।