महाराष्ट्र में कोरोना मरीजो की संख्या 80,229 हुई, अब तक 2849 लोगो की हो चुकी मौत

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में 24 घंटे के भीतर कोरोना से सबसे ज्यादा 139 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को 2436 नए मामलोें के बाद कुल मामलों की संख्या 80,229 तक पहुंच गई है। वहीं मुंबई में 1149 मरीज बढे़ हैं, जिससे मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 46,080 हो गई है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 139 मृतकों में से 54 लोग मुंबई में और 30 लोगों की मौत ठाणे में हुई हैं। इसके अलावा पुणे में 14, जलगावं में 14, मालेगांव में आठ, कल्याण-डोंबिवली में सात, रत्नागिरी में पांच, नासिक में दो और वसई-विरार, भिवंडी और औरंगाबाद में एक-एक लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार तक मुंबई में कोरोना से कुल 1519 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि राज्य में यह संख्या 2849 हो गई है।

सरकार का कहना है कि राज्य में मृत्यु का आंकड़ा 3.55 प्रतिशत है जबकि कोरोना वायरस के संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 43.81 फीसदी है। आंकड़ों के अनुसार देश में 20 फीसदी कोरोना मरीज अकेले मुंबई में हैं। लेकिन मरीजों की संख्या के अनुरूप समुचित उपचार की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। वहीं, निजी अस्पतालों ने और भी सिरदर्द बढ़ा दिया है। राज्य सरकार के आदेश के बावजूद प्राइवेट अस्पतालों ने 80 फीसदी बेड मुहैया नहीं कराया है।

वहीं, शुक्रवार को बीएमसी मुख्यालय में भाजपा के पार्षदों ने मूक धरना दिया। बीएमसी में भाजपा दल के नेता पार्षद विनोद मिश्र ने आरोप लगाया है कि कोरोना संक्रमित मरीज बेड, वेंटिलेटर के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।

महाराष्ट्र में सरकारी कर्मचारियों के लिए लॉकडाउन के दौरान सप्ताह में एक दिन कार्यालय में उपस्थित होना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंचते हैं तो उन्हें वेतन कटौती का सामना करना पड़ेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) मनोज सौनिक ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। यह आदेश आठ जून से लागू होगा।

राज्य सरकार की अधिसूचना के अनुसार, सभी सरकारी विभागों को उनसे संबद्ध अधिकारियों और कर्मचारियों का एक रोस्टर तैयार करने के लिए कहा गया है। आदेश के अनुसार स्वीकृत छुट्टी या चिकित्सा अवकाश के कर्मचारियों को छोड़कर सभी कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से सप्ताह में एक दिन कार्यालय पहुंचना होगा।

लॉकडाउन के दौरान बिना अनुमति के कार्यालय नहीं पहुंचने वालों के खिलाफ विभागीय प्रमुख द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यह चेतावनी दी गई कि यदि कोई कर्मचारी निर्धारित दिन कार्यालय में अनुपस्थित रहता है, तो उसके पूरे सप्ताह का वेतन कट जाएगा। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन 30 जून तक लागू है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker