इस दवा से हो सकता है कोरोना के मरीजों का बेहतर इलाज…
इबोला को खत्म करने के लिए बनाई गई दवा रेमडेसिविर (Remdesivir) अब कोरोना के मरीजों को ठीक करने में काम आ रही है। अमेरिकी कंपनी गिलियड साइंसेज (Gilead Sciences) ने इस दवा को तैयार किया है। एंटी वायरल ड्रग रेमडेसिविर (Remdesivir) पर इन दिनों पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं। यह दवा उन मरीजों को जल्दी ठीक कर दे रही है,
जो कोरोना वायरस की वजह से ज्यादा गंभीर रूप से बीमार नहीं हैं। कोरोना मरीजों पर दवा जांचने के लिए कंपनी ने 600 मरीजों दो तरह के ट्रीटमेंट पर रखा। कुछ लोगों को 5 दिन की दवा दी गई। कुछ मरीजों को 10 दिन की दवा दी गई। साथ में उन मरीजों को भी रखा गया जो स्टैंडर्ड मेडिकेशन प्रोसीजर से इलाज करा रहे थे। 11वें दिन पता चला कि पांच दिन की ट्रीटमेंट वाले मरीज सामान्य तरीके से इलाज करा रहे मरीजों की तुलना में ज्यादा जल्दी ठीक हुए हैं। साथ ही जिन गंभीर मरीजों को 10 दिनों की दवा दी गई थी, उनमें भी काफी ज्यादा सुधार देखने को मिला है।
पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार डॉक्टर फॉसी ने व्हाइट हाउस में इस दवा की कामयाबी के बारे मे ऐलान किया था। फॉसी ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि रेमडेसिवीर दवा का बहुत स्पष्ट, प्रभावी और सकारात्मक असर पड़ रहा है। डॉक्टर फॉसी ने बताया कि रेमडेसिवीर का अमेरिका, यूरोप और एशिया के 68 स्थानों पर 1063 लोगों पर ट्रायल किया गया जिससे ये पता चला कि रेमडेसिविर दवा कोरोना वायरस को रोक सकती है। इस दवा की बदौलत कोरोना मरीज 31% ज्यादा तेजी से ठीक हो रहे हैं। आपको बता दे अमेरिका ने अप्रैल महीने में इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया था। जिसके परिणाम अब सामने आए हैं।
बता दें कि रेमडेसिविर इबोला के ट्रायल में फेल हो गई थी। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा था कि इस दवा का असर कोरोना मरीजों पर कम हो रहा है। यह कारगर नहीं है। लेकिन अब इस क्लीनिकल ट्रायल के बाद WHO के वरिष्ठ अधिकारी माइकल रेयान टिप्पणी करने से मना कर रहे हैं।
बता दे, रेमडेसिविर (Remdesivir) दवा को इबोला के वैक्सीन के रूप में बनाया गया था। माना जाता था कि इससे किसी भी तरह का वायरस मारा जा सकता है। इससे पहले अमेरिका के शिकागो शहर में कोरोना वायरस से गंभीर रूप से बीमार 125 लोगों को Remdesivir दवा दी गई थी, जिसमें से 123 लोग ठीक हो गए थे। चीन ने कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे कारगर मानी जा रही दवा रेमडेसिविर को तभी पेटेंट कराने की कोशिश की थी जब वहां सबसे पहले इंसानों के बीच इसके फैलने की पुष्टि हुई थी। लेकिन उसकी साजिश नाकाम रही थी।
अब इस दवा का भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत मिल गई है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक भारत की दवा नियामक निकाय सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDCSCO) ने रेमडेसिविर के इस्तेमाल को लेकर इजाजत दे दी है। इस दवा को कोरोना के ऐसे मरीजों को दिया जाएगा, जो हॉस्पिटल में भर्ती हैं। इसमें वयस्क और बच्चे दोनों शामिल हैं। अमेरिका से इस दवा को मुंबई की एक कंपनी क्लिनेरा ग्लोबल सर्विसेज द्वारा आयात किया जाएगा। फिलहाल कोरोना के मरीजों पर इस दवा का इस्तेमाल सिर्फ 5 दिनों के लिए किया जाएगा।