शहरी निराश्रितों को अब राशन के साथ आर्थिक मदद भी दी जाएगी : CM योगी
लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में लॉकडाउन में बड़ी परेशानी झेलने वाले हर निराश्रित के पास योगी आदित्यनाथ सरकार पहुंचेगी। गरीब, मजदूर के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण के साथ शहरी निराश्रितों के लिए सरकार का खजाना खोल दिया है। उन्होंने इस संकट की घड़ी में निराश्रितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। अब इनको राशन के साथ ही आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक के दौरान युद्धस्तर पर निराश्रितों पर्याप्त राशन देने और तत्काल उनके राशन कार्ड बनाने के आदेश दिए हैं। ग्रामीण इलाकों में ग्राम प्रधान निधि से उन्हेंं 1000 रुपये भी दिए जाएंगे।
शहरों में निराश्रितों के देखभाल के साथ उनकी हर मदद की जिम्मेदारी नगर निकाय की होगी। निराश्रितों को तत्काल राशन और 1000 रुपये की मदद के साथ ही कहीं पर भी निराश्रित की मृत्यु हो जाने पर अंतिम संस्कार के लिए 5000 रुपये की व्यवस्था की गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन की मार झेल रहे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के निराश्रितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। उन्होंने आदेश दिया है कि बिना राशन कार्ड वाले निराश्रितों को चिह्नित कर उन्हेंं तत्काल 1000 रुपये और पर्याप्त राशन उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। उनके निर्देश पर एक जून से निर्देश पर प्रदेश में आज से एक बार फिर 18 करोड़ लोगों के लिए नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण शुरू किया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने युद्धस्तर पर निराश्रितों पर्याप्त राशन देने और तत्काल उनके राशन कार्ड बनाने के आदेश दिए हैं। ग्रामीण इलाकों में ग्राम प्रधान निधि से उन्हेंं 1000 रुपये भी दिए जाएंगे। शहरों में यह जिम्मेदारी नगर निकाय की होगी। छोटी ग्राम पंचायतों की निधि में पैसा न होने पर भी निराश्रितों की मदद न रोकने के आदेश हैं। ऐसी परिस्थिति में जिले के डीएम तत्काल पैसा उपलब्ध कराएंगे और उसे बाद में सीएम रिलीफ फंड से प्राप्त करेंगे।
प्रदेश में कोई निराश्रित आयुष्मान भारत योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में रजिस्टर्ड नहीं है और उसके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, तो उसके बीमार पड़ते ही ग्राम प्रधान निधि या नगर निकाय निधि से तत्काल 2000 रुपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
कोरोना वायरस के संक्रमण या फिर बीमारी से अगर किसी निराश्रित की अगर मृत्यु हो जाती है तो सरकार ने उसके अंतिम संस्कार के लिए भी व्यवस्था कराई है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर निराश्रित की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए ग्राम प्रधान निधि या नगर निकाय निधि तत्काल पांच हजार रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।