5615 बच्चों व गर्भवती को मिशन इंद्रधनुष के तहत लगा टीका, सीडीओ की बड़ी भूमिका
स्थानीय जनपद में सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान का चतुर्थ चरण समाप्त हो गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष 108 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं और 88 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण किया गया। इस अभियान में जिले के पांच ब्लॉकों को शामिल किया गया। अभियान में लक्ष्य के सापेक्ष 4838 बच्चों तथा 777 गर्भवती महिलाओं को टीका लगया गया। डीएम व सीडीओ ने टीकाकरण अभियान को लेकर भी सराहनीय प्रयास किए, इसके फलस्वरूप अभियान में जिले का लक्ष्य पूरा हुआ। इससे मिशन इंद्रधनुष 2.0 में 75वें स्थान से सीधे पांचवें स्थान पर उत्तर प्रदेश में जगह हासिल की।
डब्लूएचओ के एसएमओ डा उपान्तराव डोगरे ने बताया जनपद में उक्त अभियान के चतुर्थ चरण में 5482 बच्चों एवं 721 गर्भवती महिलाओं चिन्हित किया गया था। जिसमें लक्ष्य के सापेक्ष कुल 4838 बच्चों तथा 777 महिलाओं का टीकाकरण किया गया। इस अभियान में जिले के विकास खण्ड सिद्धौर, सूरतगंज, फतेहपुर, निन्दूरा व रामनगर के अलावा नगर पालिका परिषद शामिल रहा। अभियान के दौरान कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 167 स्वास्थ्य टीमें पूरी तरह से गतिशील रही।
यूआईपी के नोडल केएनएम त्रिपाठी ने बताया अभियान के दौरान ईट- भट्ठों और निर्माण साइटों पर रहने वाले परिवारों के टीकाकरण पर जोर दिया गया। क्योंकि इन दोनों स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरे जगह स्थानांतरित करते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूटे जाने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत ग्यारह तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए गए।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, रोटा वायरस, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। सरकार नवजात शिशुओं और बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यदि बच्चों का टीकाकरण समय से किया जाए तो बच्चे जीवन भर स्वस्थ और खुशहाल रहेंगे। बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि वर्ष 2020 तक सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं।
डीआईओ डा राजीव कुमार सिंह ने बताया अभियान के दौरान नगर के कानूनज्ञान, घुंघटेर कुर्सी व सूरतगंज, फतेहपुर समेंत कई अन्य क्षेत्र में टीकाकरण के लिए चिन्हित लोगों को जब स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण के लिए गये तो टीका न लगाने की बात कहकर सीधे-सीधे मना कर दिया गया, लेकिन जब उनका समझने का प्रयास किया गया तो लोग आक्रोशित होकर स्वास्थ्य कर्मियों पर भड़क गये और पत्थरबाजी करने लगे। मौके पर उनको समझाने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन एक नहीं सुना गया। जानकारी पाकर मौके पर पहुंची सीडीओ मेघा रूपम एवं सीएमओ डा रमेश चंद्र के अथक प्रयास के बाद उनका टीकाकरण संभव हो सका। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में जिलाधिकारी डा आदर्श सिंह एवं सीडीओ को धन्यबाद देते हुए उनके कार्य का सराहना की है।