सिविल सेवा में घट रहा हिन्दी माध्यम के छात्रों का चयन, छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी से की परिणाम सुधार की मांग
सिविल सेवा परीक्षा में हिन्दी माध्यम के छात्रों के घटते चयन के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने शनिवार को चंद्रशेखर आजाद पार्क से सिविल लाइंस के सुभाष चौक तक रैली निकाली। छात्रों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। इसमें हिन्दी माध्यम के छात्रों के परिणाम में सुधार के लिए उपाय करने की मांग की गई है।
छात्र नेता रजनीश सिंह रिशू की अगुवाई में हुए इस प्रदर्शन के दौरान सभा भी की गई। इसमें रिशू ने कहा कि 2010 के बाद परीक्षा प्रणाली में किए गए बदलाव से हिन्दी माध्यम के छात्रों का चयन प्रतिशत साल दर साल घट रहा है। दावा है कि अब स्थिति यह है कि हिन्दी माध्यम के सिर्फ एक प्रतिशत छात्र ही चयनित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी माध्यम के छात्रों के चयन को लेकर सरकार की ओर से भ्रम फैलाया जा रहा है। सच्चाई यह है कि सिविल सेवा में जहां एक ओर इविवि जैसे संस्थानों से मानविकी की पढ़ाई करने वाले छात्रों का चयन प्रतिशत घट रहा है, वहीं तकनीकी, मेडिकल और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के अभ्यर्थियों का चयन प्रतिशत बढ़ा है।
प्रदर्शन में आशुतोष मिश्र, भावेश, आलोक त्रिपाठी, अनिकेत सिंह, संगम, पीयूष, हर्षित मिश्र, रिया सिंह, गार्गी शुक्ला, दिव्या सिंह, अनामिका सिंह, काजल, आकांक्षा आदि शामिल रहे।