कोरोना वायरस को लेकर इन मिथक का न माने सच, जुड़े भ्रम और सच

कोरोना वायरस दुनिया के लिए खतरा बनता हुआ दिख रहा है। इस बीमारी की वजह से लोग पब्लिक प्लेस पर जाने और एक दूसरे से हाथ मिलाने से भी डर रहे हैं. इसके अलावा डर की स्थिति में लोगों के मन में इस बीमारी को लेकर कई तरह के भ्रम भी पैदा हो गए हैं। आइए, जानते हैं इस बीमारी से जुड़े भ्रम और उनके सच….

मिथक: गाय का गोबर और गोमूत्र के सेवन से होगा करोना वायरस का इलाज
सच: सोशल मीडिया पर ऐसे कई मैसेज घूम रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि गाय का गोबर या गोमूत्र से कोरोना वायरस ठीक हो जाता है जबकि यह बात पूरी तरह गलत है क्योंकि अभी तक इस जानलेवा वायरस की दवा बन ही नहीं पाई है।

मिथक: लहसुन खाने से शरीर से निकलते जाते हैं कोरोना वायरस
सच: सोशल मीडिया खासतौर पर वाट्सअप पर ऐसे कई मैसेज घूम रहे हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि लहसुन का सेवन करने से कोरोना वायरस इंफेक्शन से बचा जा सकता है लेकिन ये बात पूरी तरह से गलत है। लहसुन में एंटीमाइक्रोबियल गुण तो होते हैं लेकिन कोरोना वायरस के लिए यह असरदार नहीं है।

मिथक: निमोनिया की वैक्सीन कोरोना वायरस से बचाने में मदद करती है
सच: हाल ही में WHO की रिपोर्ट के अनुसार निमोनिया के लिए दी जाने वाली न्यूमोकॉकल वैक्सीन इस बेहद नए और खतरनाक कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान नहीं करती है। इस नए वायरस के लिए अनुसंधानकर्ता नई वैक्सीन बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

मिथक: पालतू जानवरों से फैल सकता है कोरोना वायरस
सच: इस बात को जान लेना सबसे ज्यादा जरूरी है क्योंकि वायरस के नाम पर जानवरों पर हिंसा करना, कानूनन अपराध है इसलिए आप अपने आस-पास मौजूद लोगों को इस बात की जानकारी दें कि पालतू जानवर जैसे कुत्ते या बिल्ली इस खतरनाक कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होता है। अभी तक पालतू जानवरों से इंसानों में कोरोना फैलने का कोई मामला सामने नहीं आया है। 

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