BPSSC ने कहा, परीक्षा परिणाम को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा
Bihar Daroga bharti 2019: दारोगा, सार्जेंट और सहायक जेल अधीक्षक के पदों पर बहाली के लिए हुई संयुक्त प्रारंभिक (लिखित) प्रतियोगिता परीक्षा के परिणाम को लेकर चल रहे हंगामे पर आयोग ने शुक्रवार को स्थिति स्पष्ट की है। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के ओएसडी अशोक कुमार प्रसाद ने कहा कि भ्रम फलाया जा रहा है। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। परीक्षा परिणाम मापदंडों के अनुरूप जारी किया गया है। भ्रम फैलानेवालों पर कार्रवाई करेंगे।
आयोग के पटना स्थित कार्यालय में शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। प्रश्न पत्र लीक होने और अन्य तथ्यहीन बातों का जिक्र कर परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि केन्द्रों पर परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए संबंधित जिलाधिकार संयोजक होते हैं। किसी भी जिलाधिकारी से प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना आयोग को प्राप्त नहीं हुई है। आयोग द्वारा आयोजित यह परीक्षा पूरी तरह कदाचार रहित और शांतिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई।
कट ऑफ को लेकर गलत तथ्य
आयोग के मुताबिक परीक्षाफल के साथ सभी कैटेगरी के कट ऑफ मार्क्स जारी किए गए हैं। कट ऑफ मार्क्स अधिक होने और इसकी तुलना पूर्व के परीक्षाओं से करते हुए सोशल मीडिया पर कुछ लोगों के द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। विभिन्न परीक्षाओं के स्तर और अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के आधार पर कट ऑफ तय होता है। आयोग ने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया है कि 22 दिसम्बर को हुई संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा पूरी तरह शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त हुई है। आयोग के मुताबिक अप्रैल के आखिरी या मई के प्रथम सप्ताह में मुख्य लिखित परीक्षा आयोजित की जा सकती है।
कट ऑफ प्रतिशत में (आयोग के अनुसार)
कैटेगरी पुरूष महिला
सामान्य 66.1 44
ईडब्ल्यूएस 58.8 30
पिछड़ा वर्ग 62.6 36.3
ईबीसी 59.3 30
एससी 51.9 30
एसटी 58.3 33.5
पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए आरिक्षत श्रेणी में 32.1
स्वतंत्रता सेनानी के करीबी रिश्तेदार की श्रेणी में पुरूष व महिला दोनों श्रेणी का कट आफ 30