बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर परीक्षा से संबंधित गड़बड़ियां ऑनलाइन होंगी दूर
बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर के विद्यार्थी अब अपने सारे काम ऑनलाइन करवा सकेंगे। इसके लिए बिहार बोर्ड ने मोबाइल एप तैयार किया है। मोबाइल एप पर मैट्रिक व इंटर के परीक्षार्थियों को परीक्षा से संबंधित आवश्यकता सूचनाएं, नोटिस के साथ तमाम जानकारी मिलेगी।
ज्ञात हो कि अभी तक अखबारों के माध्यम से ही जानकारी उपलब्ध होती थी। अब अखबार के साथ मोबाइल पर भी जानकारी विद्यार्थियों को मिलेगी। इसके अलावा बोर्ड परीक्षार्थी एप पर अपना डमी एडमिट कार्ड, फाइनल एडमिट कार्ड, रजिस्ट्रेशन कार्ड और ऑनलाइन परीक्षा फार्म देख सकेंगे, उसमें सुधार कर सकेंगे। इस मोबाइल एप की शुरुआत सोमवार को अधिवेशन भवन में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की।
मोबाइल एप के माध्यम से इंटर और मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य में शामिल शिक्षकों को नियुक्ति पत्र, डमी नियुक्ति पत्र के साथ अन्य सभी विवरण भी दिया जाएगा। बोर्ड ने अंक पत्र, मूल प्रमाणपत्र आदि में संशोधन का कार्य डीएमएस (डाक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम) से कर रहा है। इसमें हर तरह के प्रमाणपत्रों को सुरक्षित रखा जा सकेगा। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस डाटा सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट (ओएफएसएस), मैट्रिक और इंटर प्री-एग्जाम सॉफ्टवेयर, पोस्ट एग्जाम सॉफ्टवेयर को संचालित किया जायेगा।
45 हजार विद्यार्थी देंगे भवनों में परीक्षा बोर्ड द्वारा प्रमंडलों में निर्मित नौ परीक्षा भवनों की बात करें तो इनमें 45 हजार परीक्षार्थियों के परीक्षा देने की व्यवस्था की गयी है। इन परीक्षा भवन को बोर्ड मुख्यालय के कंट्रोल रूम और संबंधित जिलों के डीएम के कंट्रोल रूम से परीक्षा के दौरान जोड़ा जायेगा। इनमें सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। भवन में कॉपियों को रखा जायेगा।
ओलंपियाड और क्विज में एक करोड़ का इनाम बिहार बोर्ड द्वारा बीएसईबी ओलंपियाड और क्विज का आयोजन हो रहा है। क्विज का पहला राउंड 31 जनवरी को सभी जिलों में होगा। वहीं ओलंपियाड का दूसरा राउंड 29 जनवरी को होगा। ओलंपियाड और क्विज से राज्य की प्रतिभा को सामने लाया जायेगा। जिला, प्रखंड और राज्यस्तर पर विद्यार्थियों को इनाम दिए जाएंगे। इसके लिए बोर्ड द्वारा एक करोड़ खर्च किया जायेगा।
प्रमाणपत्र में सुधार को नहीं करना होगा इंतजार मैट्रिक और इंटर के छात्रों के प्रमाणपत्र में सुधार जल्द से जल्द हो, इसके लिए बोर्ड ने 338 कम्यूटरों को जोड़ा है। इनमें बोर्ड मुख्यालय में कुल 240 कम्यूटर रखे गये हैं। राज्य के सभी नौ क्षेत्रीय कार्यालयों में 98 कम्यूटर रखे गये हैं। इन सभी को नेटवर्क से जोड़ा गया है। इससे सभी शाखाओं के कार्यों की निगरानी ऑनलाइन की जा सकेगी।