यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उम्मीदवारों के लिए बुरी खबर, वैकेंसी हो सकती है कम
UPSC Civil Services Exam 2020: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए बुरी खबर। इस बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा नोटिफिकेशन ( UPSC Civil Services Notification 2020 ) में वैकेंसी की संख्या कम हो सकती है। इस बात की काफी संभावना है कि करीब 100 वैकेंसी कम हो जाए। इसकी वजह यह है कि रेलवे ने यूपीएससी से अपने ग्रुप ए अफसरों की भर्ती का अनुरोध वापस ले लिया है। रेलवे भर्ती बोर्ड ( RRB ) ने संघ लोक सेवा आयोग ( यूपीएससी ) को विभिन्न कैडरों में ग्रुप ए अफसरों ( Group A officers ) की भर्ती का अनुरोध पत्र भेजा था। लेकिन अब अनुरोध पत्र रेलवे से वापस ले लिया है। अधिकारियों ने बुधवार को ये जानकारी दी।
सिविल सेवा कैडर के अधिकारियों ने अपनी वरिष्ठता खोने और करियर की संभावनाओं के मद्देनजर चिंता जाहिर करते हुए विरोध जताया था।
9 जनवरी को लिखे पत्र में रेलवे बोर्ड ने कहा है कि कैबिनेट ने कैडर ( 9 सेवाओं – IRSE, IRSME, IRSEE, IRSS, IRTS, IRAS, IRPS RPF ) को मर्ज करने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद अब यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा और यूपीएससी इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जामिनेशन के जरिए रेलवे सेवाओं से जुड़ी ये रिक्तियां नहीं निकाली जाएंगी। इन्हें वापस ले लिया गया है।
कैबिनेट ने आठ सेवाओं का विलय कर उन्हें भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) बना दिया है। इसके बाद रेल मंत्रालय ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा और यूपीएससी इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जाम के जरिए इंडियन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स सर्विसेज (आईआरपीएफएस, पहले आरपीएफ के तौर पर जाना जाता था) को छोड़कर अन्य सेवाओं के लिए रिक्तियों का अनुरोध वापस ले लिया है।
पत्र में UPSC और DoPT (कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग) से इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा गया है।
वर्तमान में मैकेनिकल, सिविल और अन्य इंजीनियरिंग सेवाओं के टेक्निकल कर्मियों की भर्ती इंजीनियरिंग सर्विसेज परीक्षा से होती है जबकि नॉन टेक्निकल पदों पर भर्तियां सिविल सेवा परीक्षा के जरिए होती है।
UPSC Civil Services Exam 2020
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा का नोटिफिकेशन 12 फरवरी को जारी होगा। सिविल सेवा परीक्षा 2020 के लिए 3 मार्च तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा 31 मई को होगी। मेंस का आयोजन 18 सितंबर से होगी।
हर वर्ष यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों — प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार– में आयोजित की जाती है। इसके जरिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस), भारतीय पुलिस सर्विसेज (आईपीएस) और भारतीय फॉरेन सर्विसेज (आईएफएस), रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस), इंडियन पोस्टल सर्विसेज, भारतीय डाक सेवा, इंडियन ट्रेड सर्विसेज सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है। इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज का सेलेक्शन भी सिविल सर्विस एग्जाम के साथ साथ होता है। आईएफएस मेन एग्जाम के लिए सेलेक्शन यूपीएससी सिविल सर्विस प्रीलिम्स ( UPSC Civil Services prelims ) के जरिए ही होता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के सभी आवेदकों को सबसे पहले प्रीलिम्स एग्जाम में बैठना होता है। इसमें पास होने वाले उम्मीदवारों को मेन्स एग्जाम में बैठने के लिए बुलाया जाता है। मेन्स में जो पास होता है वह इंटरव्यू (पर्सनैलिटी टेस्ट) तक पहुंचता है। फाइनल मेरिट लिस्ट इंटरव्यू और मेन्स एग्जाम में प्रदर्शन के आधार पर बनती है। मेन्स एग्जाम 1750 मार्क्स और इंटरव्यू 275 मार्क्स का होता है।