शादी के साढ़े 14 साल में पति ने नहीं की कभी पत्नी की तारीफ तो…
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में पुलिस ने वीरेंद्र कुमार हत्याकांड मामले में पत्नी भावना और उसके प्रेमी कपिल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। भावना और वीरेंद्र की शादी साढ़े चौदहा साल पहले हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ जो दो साल पहले भावना को इश्क हो गया। इस सवाल ने पुलिस के अधिकारियों को भी परेशान किया।
वीरेंद्र को भावना और कपिल के रिश्ते की जानकारी हो गई थी। घर में आए दिन रार होती थी। यह हत्याकांड ताजनगरी में पहली घटना नहीं है जो विवाहेतर संबंधों के कारण हुई है। वर्ष 2019 में भी दो दर्जन ऐसी वारदातें हुई थीं। किसी में पति ने पत्नी को मारा था तो किसी में पत्नी ने पति को। आखिर यह हो क्या रहा है। इसे कैसे रोका जा सकता है। अधिकारी इस पर भी मंथन कर रहे हैं।
पुलिस ने भावना से लंबी पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि दो साल पहले कपिल ने उसे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। उसने दोस्ती स्वीकार कर ली। मैसेंजर पर बातचीत होने लगी। पति ने साढ़े चौदह साल में कभी उसी तारीफ नहीं की। वह उसके हर काम में कोई न कोई कमी निकालते थे। उसे रंग को लेकर भी कमेंट करने से पीछे नहीं हटते थे। कपिल हमेशा उसकी तारीफ करता। उसका ख्याल रखता। पति गुस्से में उससे अभद्रता करने से नहीं चूकते थे। वह अपने दिल की बात किसी को नहीं बताती थी। कपिल से धीरे-धीरे बातचीत ज्यादा होने लगी। वह भावनाओं में उलझ गई। हर किसी को अपनी तारीफ अच्छी लगती है। उसके साथ भी ऐसा ही हुआ। उसने जैसे जीवनसाथी की कल्पना की थी कपिल उसी अंदाज में उसके साथ पेश आता था। शुरू में उसने कपिल से दूरी बनाने का भी प्रयास किया। वह उससे प्यार भरी बातें करता था वह विरोध करती। उससे कहती कि वह शादीशुदा है। वह यही बोलता कि उससे इससे कोई फर्क नहीं पकड़ा। इस दोस्ती का अंजाम सलाखों के पीछे तक ले जाएगा ऐसा नहीं सोचा था। अंदाजा भी होता तो शायद यह नौबत नहीं आती।
दीवानी में फूट-फूट कर रोए तीनों आरोपी
भावना, कपिल और मनीष को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद तीनों को 21 जनवरी तक जेल भेज दिया। तीनों की आंखों में आंसू थे। मनीष रोते हुए यही बोल रहा था कि दोस्ती में फंस गया। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद की है। पुलिस को छानबीन में पता चला कि वीरेंद्र को भावना और कपिल के रिश्ते की जानकारी हो गई थी। आए दिन घर में झगड़ा हो जाता था। एक दिन वीरेंद्र ने भावना के साथ मारपीट भी की। वह गुस्से में कपिल के पास दिल्ली गई थी।
वास्तविक और काल्पनिक प्यार में अंतर है
जब चौबीस घंटे साथ रहते हैं तो सिर्फ अच्छाई नहीं बुराइयां भी सामने आती हैं। किसी को छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता है तो कोई गुस्से में खाना-पीना बंद कर देता है। एक दूसरे की यह हकीकत सोशल मीडिया पर पता नहीं चल सकती। इसलिए वास्तविक और काल्पनिक प्यार में बहुत अंतर होता है।
मनोचिकित्सक डॉक्टर सागर लवानिया ने बताया कि सामाजिक अपराध बढ़ने के पीछे एकल परिवार भी एक कारण हैं। पहले संयुक्त परिवार होते थे। मोबाइल और सोशल मीडिया नहीं था। शादीशुदा महिलाएं घरों के काम में व्यस्त रहती थीं। अब ऐसा नहीं है। दोस्ती बुरी बात नहीं है। बिना जाने-पहचानते दोस्तों की बातों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा अपराध की राह पर ले जा सकता है। भावना के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। कपिल से फेसबुक पर दोस्ती हुई। उसने कपिल को उतना ही देखा जितना कपिल ने उसे दिखाया। सोशल मीडिया पर कोई यह नहीं लिखता है वह शराब पीकर बहक जाता है। कोई यह नहीं लिखता है कि गुस्से में उसके मुंह से गालियां निकल जाती हैं।
कोई यह नहीं लिखता है कि अपनी पत्नी के बिना वह एक दिन भी नहीं रह सकता। लिखने वाले सिर्फ अच्छा ही लिखते हैं। इसी भ्रमजाल में युवतियां और महिलाएं फंस जाती हैं। संयुक्त परिवार में घरों में पाबंदी होती थी। महिलाएं बिना बताए और बिना काम के बाहर नहीं जा सकती थीं। अब ऐसा नहीं है। वीडियो कॉल जमाना है। सही गलत की पहचान लोगों को खुद करनी होगी। भावना ने एक बार भी अपने बच्चों के बारे में सोचा होता तो शायद इतना बड़ा कदम नहीं उठाती। डॉक्टर सागर के अनुसार आमतौर पर पुरुष अपनी पत्नियों की तारीफ नहीं करते। जबकि बाहर वाले तपाक से कमेंट देते हैं। सोशल मीडिया पर कोई पुरुष अपनी फोटो पोस्ट करे तो चंद कमेंट ही आते हैं। कोई महिला या युवती फोटो पोस्ट करे तो कमेंट का अंबार लग जाता है।