बवाल में मारे गए लोगों के स्वजनों से मिलने आ रहे अखिलेश, पुलिस-प्रशासन सतर्क
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन के दौरान शहर में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कानपुर आ रहे हैं। वह बाबूपुरवा में करीब पौन घंटे तक रुककर हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों और घायल हुए लोगों से बातचीत करेंगे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन की जानकारी के बाद पुलिस और प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना हो गया है। बाबूपुरवा इलाके में खुफिया भी सक्रिय कर दी गई है।
20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद बाबूपुरवा में हुई हिंसा में 23 वर्षीय मोहम्मद सैफ, 22 वर्षीय आफताब आलम और 30 वर्षीय रईस खान (30) की मौत हो गई थी, जबकि दस अन्य लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एसआइटी जांच चल रही है। एसआइटी ने माना है कि बलवाइयों की गोली से ही तीनों की मौत हुई थी। वहीं घायल हुए लोगों को भी पुलिस उपद्रवी ही बता रही है।
इस प्रकरण को लेकर राजनैतिक पार्टिंयों ने अलग-अलग स्टैंड लिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हिंसा में मारे गए लोगों और घायलों के प्रति पहले ही शोक संवेदना व्यक्त कर चुके हैं। गुरुवार की दोपहर वह कानपुर आ रहे हैं और सबसे पहले मृतक रईस के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद अन्य दोनों मृतकों के परिजनों से मिलेंगे। वह घायलों से भी मिल सकते हैं। एसएसपी अनंत देव ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री के आने पर किसी प्रकार की आपत्ति पुलिस प्रशासन को नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती बाबूपुरवा की गई है।