खुलासा: YouTube से सीखा एटीएम काटने का हुनर, फिर दिया वारदात को अंजाम
लखनऊ पुलिस ने गार्ड रहित एटीएम में घुस कर गैस कटर के सहारे मशीन कटाने वाले गिरोह के छह सदस्यों को विभूतिखण्ड गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया। एटीएम मशीन काटने का तरीका आरोपियों ने यूट्यूब देख कर सीखा था। पुलिस ने चोरों के पास से गैस कटर, एटीएम मशीन के सेंसर व स्प्रे पेन्ट बरामद किया है। चोरों ने बीते दस दिनों में ही गोमतीनगर और विभूतिखण्ड में दो एटीएम में चोरी का प्रयास भी किया था।
एएसपी उत्तरी अमित कुमार ने बताया कि विजयीपुर शहीद पथ अण्डर पास कार सवार छह लोगों को पकड़ा गया। जिनकी पहचान छत्तीसगढ़ बेमतारा निवासी राकेश तिवारी उर्फ राधे, छत्तीसगढ़ निवासी राकेश साहू, ओम प्रकाश साहू, दीपक साहू, बाराबंकी सफदरगंज निवासी दीपचंद उर्फ राहुल कश्यप और बहराइच निवासी कुलदीप के तौर पर हुई। राकेश तिवारी गैंग लीडर है। सीओ गोमतीनगर संतोष सिंह के अनुसार दीपचंद्र ओला कैब ड्राइवर है। जिसकी कार से ही आरोपी दिन में गार्ड रहित एटीएम कार्ड को चिह्नित करते थे। सीओ ने बताया कि बरामद हुई कार से गैस कटर, एलपीजी सिलेंडर, आक्सीजन सिलेंडर, एटीएम डॉयलर और सेंसर बरामद हुए हैं।
कैमरों पर करते थे ब्लैक स्प्रे पैंट
राकेश तिवारी के मुताबिक यूट्यूब पर कई वीडियो मौजूद हैं। जिनमें एटीएम हैकिंग से लेकर मशीन काटने तक की तरकीब बताई गई है। इन्हीं वीडियो को देख कर राकेश ने गैस कटर का प्रयोग कर मशीन काटने का तरीका सीखा था। एक वीडियो में सीसी कैमरे से बचने का उपाय भी सुझाया गया था। इंस्पेक्टर विभूतिखण्ड राजीव द्विवेदी के मुताबिक गिरोह के सदस्य एटीएम बूथ में लगे सीसी कैमरों पर काले रंग का स्प्रे पेन्ट कर देते थे। जिससे कैमरे में कुछ भी रिकार्ड नहीं हो पाता था। आरोपियों के पास से पुलिस ने स्प्रे पेन्ट भी बरामद किया है।
सिपाहियों की सक्रियात से पकड़े गए चोर
चिनहट, गोमतीनगर और विभूतिखण्ड में चोरों ने एटीएम मशीन काट कर कई वारदातें की है। राकेश और उसके साथियों ने फरवरी 2019 में चिनहट के तिवारीगंज में घटना की थी। इसके साथ ही गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के पास एक्सिस बैंक में प्रयास किया था। गुरुवार को विभूतिखण्ड स्थित कठौता चौराहे के पास आईसीआईसीआई एटीएम बूथ में प्रयास कर रहे थे। उसी दौरान सिपाही कृपा शंकर और मो. मतलूब गश्त करते हुए निकले। जिन्हें देख कर चोर हड़बड़ा कर भाग निकले। सिपाहियों ने पीछा करते हुए विभूतिखण्ड इंस्पेक्टर को सूचना दी। जिसके आधार पर एटीएम तोड़ कर रुपए चुराने वाले गिरोह को पकड़ा जा सका।