विपक्ष का बहिष्कार नहीं हुआ सफल, कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने विशेष सत्र में दिया भाषण
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उत्तर प्रदेश विधानमंडल के 36 घंटों तक निरंतर चलने वाले विशेष सत्र में विपक्ष का पूर्ण बहिष्कार का फैसला सफल नहीं हो पाया।
रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिती सिंह ने पार्टी लाइन के विपरीत जाकर सदन में भाषण दिया। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को ऐलान किया था कि पार्टी के विधायक सदन का बहिष्कार करेंगे, इसके बाद भी अदिति सिंह ने विधानसभा में भाषण दिया। उन्होंने सरकार के विकास कार्यों की खुलकर प्रशंसा की। अदिति सिंह ने कहा कि मैं शिक्षित हूं और विकास के साथ खड़ी हूं, विकास करना चाहती हूं।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं योगी आदित्यनाथ सरकार के गांधी जयंती पर आयोजित इस सत्र का स्वागत करती हूं। सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इस विशेष सत्र का आयोजन स्वागतयोग्य है। लीक से हटकर कार्य करने के लिए कई बार इस प्रकार के कदम उठाने पड़ते हैं। अदिति ने इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा कार्यालय में जाकर उनसे मुलाकात की।
रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह गांधी परिवार विशेष तौर पर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की बेहद करीबी मानी जाती हैं, लेकिन हाल के कुछ समय में भाजपा से उनकी नजदीकी को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं और इससे कांग्रेस खेमे में बेचैनी है। अदिति ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं हमेशा राजनीति उस हिसाब से करती हूं, जैसा मुझे मेरे पिता ने समझाया जो सही लगे वही करो। उन्होंने कहा कि आपको याद होगा मैंने अनुच्छेद 370 हटाए जाने का भी खुल कर समर्थन किया था। अदिति ने तब कहा था कि यह एक एतिहासिक फैसला है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इससे जम्मू कश्मीर के लोग मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे। एक विधायक की हैसियत से मैं इस फैसले का स्वागत करती हूं।
इसके अलावा बसपा विधायक अनिल सिंह और सपा विधायक नितिन अग्रवाल ने भी अपने भाषण योगी सरकार के कार्यों की सराहना की। दोनों विधायक राज्यसभा चुनाव में भी पार्टी लाइन के विपरीत जाकर भाजपा के पक्ष में क्रास वोटिंग कर चुके हैं और तकनीकी तौर पर अभी भी अपनी पार्टी के सदस्य हैं। नितिन अग्रवाल के पिता और पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वहीं विशेष सत्र में नौतनवा सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने भी भाषण दिया और सरकार के कार्यों की सराहना की। खासतौर से उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा कि योगी हैं तो सब सम्भव है। इससे सुनकर मुख्यमंत्री समेत सदन में शामिल सभी सदस्य हंसने लगे। अमनमणि ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी को सरदार वल्लभ भाई पटेल तक बता डाला।