बृंदा करात और सुभाषिनी अली पीड़ित छात्रा से मुलाक़ात करने पहुंचीं शाहजहांपुर जेल
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानन्द से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में जेल भेजी गई रेप पीड़ित छात्रा से मिलने गुरुवार को राज्यसभा सांसद बृंदा करात और लोकतांत्रिक महिला संघ की अध्यक्ष सुभाषिनी अली शाहजहांपुर जेल पहुंचीं। चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने बुधवार को पीड़ित छात्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था जहां से कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली लगाने वाली छात्रा की गिरफ्तारी को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने (भारतीय जनता पार्टी) भाजपा पर कटाक्ष किया है। अखिलेश ने गुरुवार को ट्वीट किया कि भाजपा नेता के खिलाफ साहस दिखाते हुए आवाज उठाने वाली बेटी को ही जेल भेजकर भाजपा ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि आज देश की हर बेटी, बहन और मां भाजपा के इस शर्मनाक कृत्य से दुखी है और लोग कह रहे हैं ‘देश में सब अच्छा है’-निंदनीय। अखिलेश ने कहा कि ‘बेटी बचाओ’ भी आखिरकार एक जुमला ही साबित हुआ।
इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने उन्नाव और शाहजहांपुर मामले को लेकर आज ट्वीट किया। उन्नाव बलात्कार केस: पीड़िता के पिता की हत्या। पीड़िता के चाचा गिरफ्तार। भारी जन दबाव के बाद घटना के 13 महीने बाद आरोपी विधायक गिरफ्तार। पीड़िता के परिवार को जान से मारने की कोशिश। इसी तरह शाहजहांपुर बलात्कार केस: पीड़िता गिरफ्तार।
पीड़िता के परिवार पर दबाव। प्रियंका ने आरोप लगाया कि आरोपी भाजपा नेता को पुलिस ने जानबूझकर गिरफ्तार करने में देरी की। जन दबाव पड़ने के बाद गिरफ्तार किया। आरोपी भाजपा नेता पर अब तक बलात्कार का चार्ज तक नहीं लगाया। वाह रे भाजपा का न्याय?
चिन्मयानंद से फिरौती मांगे जाने के मामले में एलएलएम की छात्रा को बुधवार को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया है। उसने एसआईटी के सामने इस बात को स्वीकार किया है कि जिस गाड़ी में पांच करोड़ की फिरौती वाला मैसेज भेजे जाने को लेकर चर्चा का वीडियो वायरल हुआ है, उसमें वह मौजूद थी। फिरौती मांगे जाने के मामले में आरोपित संजय सिंह, सचिन उर्फ सोनू, विक्रम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसआईटी के मुताबिक सचिन और विक्रम ने रिमांड पर फिरौती मामले में छात्रा की प्रमुख भूमिका होने की बात कही है। एसआईटी की जांच में कई टोल टैक्स बैरियर पर छात्रा और उसके सहयोगियों की उपस्थिति, होटलों में मौजूदगी और सीडीआर के संबंध में भी साक्ष्य मिले हैं। इसके बाद ही छात्रा को हिरासत में ले लिया गया। कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया।