ये चार गलतियां बढ़ा देती हैं एनीमिया का खतरा

एनीमिया आमतौर पर आयरन, विटामिन बी12, या फोलेट की कमी के कारण होता है। हैरानी की बात यह है कि यह कमी अक्सर हमारी रोजमर्रा की जीवनशैली की कुछ सामान्य गलतियों के कारण पैदा होती है। इन गलतियों को लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन लंबे समय तक ये आदतें आपके स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं।

ऐसे में आइए इस लेख में कुछ ऐसी आदतों के बारे में जानते हैं जिन्हें पहचानकर आप उनमें सुधार कर सकते हैं और एनीमिया के खतरे को बहुत हद तक कम कर सकते हैं। इतना ही नहीं इन आदतों में सुधार करके आप अपने एनर्जी लेवल को भी सुधार सकते हैं।

भोजन के साथ चाय या कॉफी पीना
भोजन करने के तुरंत बाद या भोजन के साथ चाय या कॉफी पीने की आदत आयरन की कमी वाले एनीमिया का खतरा बढ़ाती है। चाय और कॉफी में टैनिन और पॉलीफेनोल्स नाम का कंपाउंड होते हैं। ये कंपाउंड भोजन में मौजूद आयरन के अवशोषण को 50% तक कम कर देते हैं। इसलिए कभी भी भोजन करके के कम से कम 2-3 घंटे बाद ही चाय पीना चाहिए।

विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ न खाना
शरीर को भोजन से आयरन अवशोषित करने के लिए विटामिन सी की आवश्यकता होती है। अगर आप अपनी डाइट में खट्टे फल, शिमला मिर्च, या टमाटर जैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ पर्याप्त मात्रा में नहीं खाते हैं, तो आपके शरीर में आयरन का अवशोषण ठीक से नहीं हो पाता है।

अनियमित और क्रैश डाइटिंग
अनियमित भोजन या अचानक बहुत सख्त क्रैश डाइटिंग करने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते। विशेष रूप से अचानक डाइट बदलने पर शरीर को पर्याप्त आयरन, विटामिन बी12, और फोलेट नहीं मिलता, जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

डॉक्टर की सलाह के बिना कैल्शियम सप्लीमेंट लेना
अक्सर कुछ लोग अपने आप से कैल्शियम सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं। आप बिना जरूरत के या गलत समय पर कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेते हैं, तो यह आयरन के अवशोषण को प्रभावित कर सकता है। इसलिए आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट्स को हमेशा अलग-अलग समय पर लेना चाहिए। साथ ही कैल्शियम सप्लीमेंट बिना डॉक्टर से सलाह के नहीं लेना चाहिए।

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