‘पवन खेड़ा की पत्नी के पास भी दो वोटर कार्ड’, BJP बोली- खामोश क्यों हैं राहुल गांधी

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस के बड़े नेता पवन खेड़ा और उनकी पत्नी कोटा नीलिमा पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। मालवीय का दावा है कि कोटा नीलिमा के पास दो एक्टिव वोटर आईडी कार्ड हैं। एक तेलंगाना के खैरताबाद में और दूसरा नई दिल्ली में है। यह खुलासा ऐसे वक्त में हुआ है, जब एक दिन पहले मालवीय ने पवन खेड़ा पर भी दो वोटर आईडी रखने का आरोप लगाया था। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस के नेता ‘वोट चोरी’ में शामिल हैं और यह कोई इत्तेफाक नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है।

मालवीय ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बिना ठोस सबूत के आम मतदाताओं को निशाना बनाया और उनकी निजी जानकारी सार्वजनिक कर दी। लेकिन अपने करीबी सहयोगी पवन खेड़ा के दो वोटर आईडी के मामले पर वह चुप हैं।

क्या है कोटा नीलिमा और दो वोटर आईडी का मामला?
अमित मालवीय ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट कर दावा किया कि कांग्रेस की नेता और तेलंगाना के खैरताबाद विधानसभा सीट से उम्मीदवार रह चुकी कोटा नीलिमा के पास दो एक्टिव इलेक्टर्स फोटो आइडेंटिफिकेशन कार्ड (EPIC) हैं। एक वोटर आईडी खैरताबाद में दर्ज है, जबकि दूसरा दिल्ली में दर्ज है। मालवीय का कहना है कि यह सिर्फ पवन खेड़ा तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी पत्नी भी इस कथित गड़बड़ी में शामिल हैं।

बीजेपी नेता ने इसे ‘वोट चोरी’ की साजिश बताया है और कहा कि कांग्रेस के कई नेता एक से ज्यादा जगहों पर वोटर के तौर पर दर्ज हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह सब कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है? मालवीय ने यह भी कहा कि कांग्रेस आम लोगों को बदनाम कर रही है, जबकि खुद उनके नेता गलत कामों में लिप्त हैं।

राहुल गांधी पर साधा निशाना
मालवीय ने राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिना सबूत के कई मतदाताओं को निशाना बनाया और उनकी निजी जानकारी उजागर की। मालवीय का आरोप है कि राहुल ने युवा पेशेवरों और मेहनतकश मजदूरों को बदनाम किया। लेकिन अपने करीबी पवन खेड़ा और उनकी पत्नी के दो वोटर आईडी के मामले पर राहुल खामोश हैं।

मालवीय ने यह भी कहा कि कांग्रेस का यह रवैया नया नहीं है। उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि 1980 में एक विदेशी नागरिक के तौर पर उनका नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया था। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस का मकसद अपने वोट बैंक को बचाना है, न कि लोकतंत्र की रक्षा करना।

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