‘सीने में गोली लगनी चाहिए थी…’, रोते-रोते पिता की गुहार

निक्की हत्याकांड में रोते-रोते पिता ने सीएम योगी से गुहार लगाई है। विपिन के सीने में गोली मारनी चाहिए थी। आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। विपिन के घर पर बुलडोजर चलना चाहिए।

ग्रेटर नोएडा में निक्की हत्याकांड में पिता का बयान सामने आया है। निक्की के पिता भिकारी सिंह का कहना है कि मुठभेड़ में विपिन के सीने में गोली लगनी चाहिए थी। उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले नहीं तो उसके घर पर बुलडोजर चलना चाहिए। यहां बाबा की सरकार है। जिस तरह विपिन से मुठभेड़ हुई है उसी तरह से अन्य आरोपियों से भी होनी चाहिए।

अगर आरोपियों को कड़ी सजा नहीं मिलेगी तो पुलिस अधिकारियों के ऑफिस के बाहर घेराव कर धरने पर बैठेंगे। वहीं, अन्य परिजनों ने आरोप लगाया कि भिकारी सिंह ने हाल ही में मर्सिडीज कार खरीदी थी जिस पर विपिन की नजर थी। विपिन मर्सिडीज की भी मांग कर रहा था।

नोटबंदी के बावजूद धूमधाम से की थी शादी
पिता भिकारी सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि दोनों बेटियों को डीपीएस एनटीपीसी में बड़े प्यार से पढ़ाया था। वहां दाखिला मुश्किल से होता है। दोनों को स्कूल छोड़ने व लेने जाता था। नोटबंदी के बावजूद शादी भी धूमधाम से की थी। पति शराब का आदि है। कोई काम नहीं करता है।

इस कारण बेटियों का बुटीक व ब्यूटी पॉर्लर का काम शुरू कराया था। इससे दोनों घर का खर्च चला रहीं थीं। छह माह पहले भी विपिन ने निक्की से मारपीट की थी तब समाज के लोगों ने समझाकर मामला शांत कराया था।

निक्की को फिर से ससुराल भेजा गया था। समाज के लोगों ने था कहा कि विपिन सुधर जाएगा। थोड़ा इंतजार कर लो। दो बार पंचायत होने के बाद समाज के कहने पर बेटियों को भेजा था। नहीं पता था कि यह दिन देखने को मिलेगा।

मां संजू को दो बार ले जाना पड़ा अस्पताल
निक्की के घर के साथ-साथ गांव में मातम है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। मां संजू को दो बार अस्पताल में लेकर जाना पड़ा। वह बार-बार निक्की-निक्की पुकार रहीं थीं।

गांव व आसपास के लोगों के साथ सामाजिक, राजनीतिक, किसान यूनियन के लोग घर पर सांत्वना देने पहुंचे थे। सभी ने एक सुर में आरोपियों को फांसी देने की मांग की।

पत्नी को जिंदा जलाने वाले पति को मुठभेड़ में लगी गोली, देखने पहुंची मां भी गिरफ्तार
इससे पहले, रविवार को पत्नी निक्की को जिंदा जलाने का आरोपी पति विपिन भाटी पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गया। ग्रेटर नोएडा की कासना कोतवाली पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसकी निशानदेही पर ज्वलनशील पदार्थ (थिनर) बरामद करने के लिए उसे लेकर सिरसा गांव गई थी।

वहीं, घायल विपिन को देखने पहुंची उसकी मां और आरोपी दया को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने विपिन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने बताया, मुखबिर की सूचना और इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के जरिये आरोपी विपिन को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस रविवार दोपहर 12 बजे ज्वलनशील पदार्थ की बरामदगी कराने के लिए उसे एक खेत पर लेकर पहुंची थी। तभी सिरसा चौराहे के पास आरोपी ने जिम्स चौकी इंचार्ज दरोगा वरुण की पिस्तौल निकालकर दो गोलियां दाग दीं और भाग निकला। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। पैर में गोली लगने के बाद आरोपी वहीं गिर गया।

पुलिस ने घायल विपिन को राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में भर्ती कराया। मौके से ज्वलनशील पदार्थ की छोटी बोतल, दरोगा से छीनी पिस्तौल बरामद की गई है।

पति विपिन ने कहा, कोई पछतावा नहीं
आरोपी विपिन ने डाढ़ा अस्पताल में कहा कि उसे पत्नी की मौत का कोई पछतावा नहीं है। उसने कहा, मैंने उसे नहीं मारा है। वह खुद मर गई। पति-पत्नी में अक्सर झगड़े होते रहते हैं, यह बहुत आम बात है।

आरोप, 35 लाख दहेज की थी मांग, निक्की को जला डाला
दादरी के रूपवास गांव की निक्की (27) की दिसंबर, 2016 में सिरसा गांव के विपिन से शादी हुई थी। निक्की की बड़ी बहन कंचन की शादी विपिन के भाई से हुई है। पिता भिकारी सिंह का आरोप है कि ससुराल वाले 35 लाख रुपये दहेज की मांग को लेकर निक्की को परेशान करते थे। बृहस्पतिवार शाम विपिन ने मां दया के साथ मिलकर निक्की को जला दिया।

यह है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले के ग्रेटर नोएडा के कासना कोतवाली इलाके के सिरसा गांव में दहेज की मांग को लेकर विवाहिता की क्रूरता से हत्या करने का दावा किया गया था। आरोप था कि ससुराल पक्ष के लोगों ने विवाहिता को बर्बरता से पीटा और फिर उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जला दिया। गंभीर रूप से झुलसने पर महिला की बहन उसे पड़ोसियों की मदद से अस्पताल ले गई, दो अस्पताल बदले, लेकिन इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। दिल दहलाने वाली घटना के बाद मृतका महिला की बहन और परिजनों ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए।

ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके के रूपबास गांव के रहने वाले भिकारी सिंह ने बताया कि उनकी पुत्री कंचन (29) और निक्की (27) की शादी दिसंबर 2016 में सिरसा गांव के रहने वाले रोहित और उसके भाई विपिन से हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी। शादी में स्कॉर्पियो गाड़ी और सभी सामान दिया था लेकिन शादी के बाद से ही ससुराल के लोग 35 लाख रुपये की मांग करने लगे।

शादी के बाद से ही पति विपिन भाटी, जेठ रोहित भाटी, सास दया और ससुर सत्यवीर लगातार 35 लाख रुपये अतिरिक्त दहेज मांग रहे थे। पीड़ित परिवार ने आरोपियों की मांग पूरी करने के लिए एक और बुलेट भी दे दी, लेकिन प्रताड़ना का सिलसिला जारी रहा। दोनों बहनों के साथ ससुराल के लोग मारपीट करते थे। कई बार पंचायत कर समझौता किया। लेकिन आरोपियों ने समझौते को नहीं माना।

वहीं, मृतका निक्की की बड़ी बहन कंचन का आरोप है कि बृहस्पतिवार की शाम करीब 5:30 बजे उसकी सास दया और देवर विपिन ने मिलकर घटना को अंजाम दिया। आरोप है कि सास दया ने अपने हाथ में ज्वलनशील पदार्थ लिया और विपिन को पकड़ाया। विपिन ने पीड़ित की बहन निक्की के ऊपर डाल दिया। साथ ही बहन के गले पर हमला किया। बर्बरता से उसे पीटा गया। जिसके बाद उनकी बहन बेहोश हो गई। आरोपियों ने उसे जिंदा जला दिया।

उसने बहन को बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उसकी एक न सुनी। कंचन ने इसका विरोध किया तो उसके साथ भी मारपीट की गई। इसी दौरान कंचन ने मारपीट और आग लगाते हुए आरोपियों का वीडियो बना लिया। आनन-फानन निक्की को इलाज के लिए पहले फोर्टिस फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी। आरोप है कि घटना के वक्त कंचन का पति रोहित भाटी और ससुर सत्यवीर भी मौके पर मौजूद थे। कंचन की शिकायत पर पुलिस ने नामजद चार आरोपियों के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया था। मामले में अब तक पति विपिन, सास दया और आरोपी जेठ रोहित और ससुर सत्यवीर भी गिरफ्तार हो चुके हैं।

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