शुक्रवार के दिन बन रहे हैं कई शुभ योग

हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी के लिए समर्पित माना गया है। मां लक्ष्मी को धन की देवी के रूप में पूजा जाता है। साधक धन-समृद्धि की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं। चलिए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक जी से जानते हैं शुक्रवार का पंचांग।

आज यानी शुक्रवार 22 अगस्त के दिन भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है, इसके बाद पंचमी तिथि की शुरुआत हो जएगा। ऐसे में आज पिठोरी अमावस्या मनाई जाएगी। चलिए पंचांग से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त – सुबह 11 बजकर 55 मिनट तक

वरियान योग – दोपहर 2 बजकर 35 मिनट तक

करण –
शकुनि – रात 11 बजकर 55 मिनट तक

चतुष्पद – रात 11 बजकर 41 मिनट तक

वार – शुक्रवार

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 5 बजकर 54 मिनट से

सूर्यास्त – शाम 6 बजकर 53 मिनट पर

चंद्रोदय – प्रातः 5 बजकर 43 मिनट से

चंद्रास्त – शाम 6 बजकर 32 मिनट पर

सूर्य राशि – सिंह

चंद्र राशि – कर्क

शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11 बजकर 58 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक

अमृत काल – रात 10 बजकर 40 मिनट से देर रात 12 बजकर 16 मिनट तक (23 अगस्त)

अशुभ समय
राहु काल – सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक

गुलिक काल – प्रातः 7 बजकर 31 मिनट से सुबह 9 बजकर 9 मिनट तक

यमगंड काल – दोपहर 3 बजकर 39 मिनट से शाम 5 बजकर 16 मिनट तक

आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव आश्लेषा नक्षत्र में रहेंगे…

आश्लेषा नक्षत्र – रात 12 बजकर 16 मिनट तक (23 अगस्त)

सामान्य विशेषताएं – मजबूत, हंसमुख, उत्साही, चालाक, कूटनीतिक, स्वार्थी, गुप्त स्वभाव वाले, बुद्धिमान, रहस्यवादी, तंत्र-मंत्र में रुचि रखने वाले, तीव्र स्मृति वाले, नेतृत्वक्षम और यात्रा प्रिय।

नक्षत्र स्वामी – बुध

राशि स्वामी – चंद्रमा

देवता – नाग

प्रतीक – सर्प

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