‘स्पेशल ऑप्स 2’ में काम करके पूरा हुआ विकास मानकतला का सपना

लगभग बीस साल पहले टीवी सीरियल ‘लेफ्ट राइट लेफ्ट’ में विकास मानकतला ने अमरदीप हुड्डा का रोल किया था, जिसे आज भी दर्शक नहीं भूले हैं। हालिया रिलीज ‘स्पेशल ऑप्स 2’ सीरीज में जब विकास नजर आए तो उनके फैंस को हुड्डा का किरदार याद आ गया। फैंस के इस प्यार पर विकास का क्या कहना है? ‘स्पेशल ऑप्स 2’ का हिस्सा कैसे बने? अमर उजाला से अपने करियर को लेकर लंबी बातचीत विकास मानकतला ने की।
सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स 2’ में नजर आए विकास मानकतला को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। वह हमेशा से नीरज पांडे डायरेक्टेड इस सीरीज का हिस्सा बनना चाहते थे। जब उन्हें ‘स्पेशल ऑप्स 2’ का ऑफर मिला, तो विकास ने इसे हाथ से जाने नहीं दिया। सारे प्रोजेक्ट्स किनारे रखकर सिर्फ नीरज पांडे की सीरीज पर काम किया। हाल ही में विकास मानकतला ने अमर उजाला डिजिटल से लंबी बातचीत की है। इस बातचीत में ‘स्पेशल ऑप्स 2’ के किरदार, तैयारी और अपने करियर से जुड़े कुछ किस्से भी साझा किए।
विकास ने कहा- ‘फैंस बोले हुड्डा वापस आ गया है’
‘स्पेशल ऑप्स 2’ में जब विकास मानकतला को उनके फैंस ने देखा तो सोशल मीडिया पर खूब सारे रिएक्शन दिए। वह कहते हैं, ‘आज भी दर्शकों को सीरियल ‘लेफ्ट राइट लेफ्टर’ में निभाया हुड्डा किरदार याद है। जब उन्होंने मुझे ‘स्पेशल ऑप्स 2’ में देखा तो सोशल मीडिया पर कमेंट किया , ‘हमारा हुड्डा वापस आ गया है।’ यह प्यार देखकर बहुत खुशी होती है।
डायरेक्टर नीरज पांडे के साथ काम करना सपना था
विकास मानकतला हमेशा से नीरज पांडे के साथ काम करना चाहते थे, यह उनका सपना था। वह कहते हैं, ‘मैंने पहली बार जब नीरज पांडे डायरेक्टेड फिल्म ‘वेडनेस डे’ देखी थी तभी से उनका फैन बन गया था। तब से ही मैं उनके साथ काम करना चाहता था। यह मौका मुझे पांच साल पहले सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स’ में मिला था। लेकिन तब मैं यह सीरीज नहीं कर सका। लेकिन जब ‘स्पेशल ऑप्स 2’ का ऑफर मिला तो यह मौका हाथ से जाने नहीं दिया। इस सीरीज को करने के लिए मैंने दूसरे प्रोजेक्ट नहीं किए। मैं नहीं चाहता था कि मेरा ध्यान अपने किरदार से भटक जाए। मैंने इस किरदार के लिए खास तैयारी की। अब देखिए, दर्शकों ने भी इसे सराहा है।’
विकास मानकतला ने अपने करियर में चुनिंदा काम किया है। उनके करियर में कई बार उतार-चढ़ाव भी आया। फिर कैसे संघर्ष का सामना विकास ने किया। वह अपने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए कहते हैं, ‘ कई बार लगा कि हार गया हूं। लेकिन मेरे अपनों ने हमेशा हौसला बढ़ाया। पत्नी ने हमेशा मोटिवेट किया। फिर कोविड ने भी सीख दी कि जिंदगी एक ही बार मिलती है। हमें अपना काम करते रहना चाहिए। जिंदगी में ऐसा भी समय आया जब मेरी जेब में पैसे नहीं थे लेकिन मैंने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखी।’