अखिलेश के MP ने राणा सांगा को लेकर दिया विवादित बयान, राज्यसभा में BJP का हंगामा

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों और मंत्रियों ने समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रामजी लाल सुमन द्वारा राजपूत राजा राणा सांगा को लेकर की गई विवादित टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है। भाजपा ने बिना शर्त माफी की मांग करते हुए राज्यसभा की कार्यवाही को बाधित कर दिया। जैसे ही राज्यसभा की बैठक शुरू हुई बीजेपी के सांसद खड़े हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इसके परिणामस्वरूप कार्यवाही को 30 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। भाजपा के सभी सांसद सपा के सुमन से माफी और उनके बयान की कड़ी निंदा की मांग कर रहे थे।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राणा सांगा को एक राष्ट्रीय नायक बताते हुए कहा कि उन्होंने वीरता से युद्ध लड़ा और उनके खिलाफ की गई टिप्पणियों को अत्यधिक अपमानजनक और आपत्तिजनक करार दिया। उन्होंने कहा कि सदस्यों को संवेदनशील मुद्दों पर बोलते समय सावधानी बरतनी चाहिए और गरिमा बनाए रखनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने सुमन के बयान को अपमानजनक और अत्यधिक निंदनीय बताया।
विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनका और उनकी पार्टी का हर उस देशभक्त का सम्मान है जिसने देश के लिए युद्ध लड़ा और अपनी जान दी। हालांकि खड़गे ने यह भी कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून और व्यवस्था को अपने हाथ में लेकर किसी सांसद के घर पर हमला नहीं कर सकता और हिंसा का सहारा नहीं ले सकता। यह टिप्पणी उन्होंने सुमन के विवादित बयान के बाद उनके घर और संपत्ति पर हुए हमले को लेकर की।
खड़गे के इस बयान से सत्तारूढ़ खेमे में नाराजगी फैल गई। बीजेपी के सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि सुमन ने यह दोहराया है कि वह अपने शब्दों को वापस नहीं लेंगे और अपने बयान पर जीवन भर कायम रहेंगे। इसे उन्होंने अपमानजनक करार दिया और कहा कि इसे सहन नहीं किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने खड़गे के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि सुमन के घर पर हमला उनके दलित होने के कारण हुआ। रिजिजू ने इसे जातिवाद या धार्मिक मुद्दा नहीं बताया।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि खड़गे जातिवाद का रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जो निंदनीय है।
खड़गे ने जवाब देते हुए कहा कि राणा सांगा हो या महाराणा प्रताप सभी नायक सम्माननीय हैं। उन्होंने कहा कि उनका विरोध हिंसा के उपयोग से था, क्योंकि संविधान इसके लिए अनुमति नहीं देता।
इस बीच, सुमन ने बोलने की कोशिश की, लेकिन बीजेपी सांसदों ने नारेबाजी जारी रखी। इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि केवल सुमन का बयान रिकॉर्ड पर आएगा, लेकिन नारेबाजी नहीं रुकी, जिसके बाद उन्होंने कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया।