गुलदार ने घर में घुसकर किया जानलेवा हमला, बागेश्वर में खुद घायल होकर 18 साल की रेनू ने बचाई डॉगी की जान

उत्तराखंड में एक बहुत ही हैरतअंगेज मामला सामने आया है। डॉगी का शिकार करने के लिए एक गुलदार घर के अंदर घुस गया। गुलदार की धमक देखते ही एक लड़की ने हिम्मत दिखाई। गुलदार से भिड़ने के साथ ही बहादुर लड़की ने अपने डॉगी को गुलदार के जानलेवा हमसे से बचा लिया। यह हैरतअंगेज मामला
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में सामने आया है। दूसरी ओर, गुलदार की धमक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों की वन विभाग से मांग है कि गुलदार को पकड़ने के लिए जरूरी कदम उठाया जाए।
गढ़खेत रेंज के अंतर्गत लमचूला गांव में बुधवार को एक गुलदार पालतू डॉगी का शिकार करने के लिए एक घर में घुस गया।। वहीं पर खाना बना रही एक लड़की ने अपने डॉगी को को बचाने के लिए बीच में कूद गई। गुलदार ने उस पर भी हमला कर दिया।
इस हमले में उसका हाथ जख्मी हो गया। हो हल्ला सुनकर परिवार के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे। लोगों की भीड़ जुटने के बाद गुलदार वहां से भाग गया। हालांकि गुलदार की धमक से ग्रामीण दहशत में हैं। वन विभाग की टीम ने भी गांव का मौका मुआयना कर लिया है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, लमचूला निवासी 18 साल की रेनू पुत्री भुवन राम बुधवार दिन में करीब दो बजे अपने घर में खाना बना रही थी। इसी दौरान एक गुलदार घर के अंदर घुस आया था, गुलदार ने पालतू डॉगी पर हमला कर दिया।
रेनू द्वारा डॉगी को बचाने की कोशिश की तो गुलदार ने रेनू के दाहिने हाथ में पंजा के मार दिया। रेनू की चीख-पुकार सुनकर परिजन व आसपास के लोग वहां एकत्रित हो गए। ग्रामीणों के जुटते ही गुलदार वहां से भाग गया।
रेनू को उपचार हेतु सामुदायिक केंद्र बैजनाथ लाया गया, प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे घर भेज दिया है। इधर गड़खेत रेंज के रेंजर केवलानंद पांडे ने बताया कि जैसे ही उनको पता चला उन्होंने आंशिक रूप से चोटिल रेनू के अभिभावकों से संपर्क किया।
उनसे मुआवजा संबंधी दस्तावेज जमा करने को कहा। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। इधर, गुलदार के दिन-दहाड़े गांव में धमकने से ग्रामीण दहशत में हैं। उन्होंने वन विभाग से गश्त बढ़ाने तथा पिंजड़ा लगाने की मांग की है।