यूक्रेन को लगा बड़ा झटका, NATO गठबंधन ने अपना ही फैसला लिया यू-टर्न

यूरोपीय देशों समेत NATO गठबंधन के सदस्य देश कथित तौर पर अपनी उस योजना से पीछे हट रहे हैं, जिसके तहत यूक्रेन को सैन्य मदद दी जाने की योजना बनाई गई थी। इससे पहले ऐसी खबरें थीं कि यूरोपीय देश शांति समझौता होने के स्थिति में यूक्रेन को भविष्य में रूसी आक्रमण से बचाने के लिए वहां सैनिकों की तैनाती करेंगे और सैन्य सहायता उपलब्ध कराएंगे लेकिन अब ये योजना खटाई में पड़ती दिख रही है। नाटो देशों के इस कदम से यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है।
रॉयटर्स के अनुसार, यूरोपीय नेता बदली भू-राजनीतिक परिस्थितियों में अब ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा प्रस्तावित सैनिकों को भेजने की चुनौतियों पर विचार कर रहे हैं, और उसे पलटने की योजना पर काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि यूरोपीय देश अब अपने प्रस्ताव से पीछे हट रहे हैं क्योंकि हाल के दिनों में ट्रम्प प्रशासन के तहत अमेरिका-रूस संबंधों में सुधार हुआ है और मॉस्को धीरे-धीरे वॉशिंगटन के करीब आ रहा है। दूसरी तरफ यूक्रेन युद्ध के मैदान में अब पीछे हटने लगा है।
यूरोपीय देशों का यू-टर्न क्यों?
रॉयटर्स से एक अनाम यूरोपीय राजनयिक ने कहा गया है कि यूरोपीय देश अपने कदम पीछे खींच रहे हैं और जो कुछ वे कर रहे थे या करने की कोशिशों में थे, उसे अब बदलने की कोशिश कर रहे हैं और यही फिलहाल समझदारी भरा कदम हो सकता है। एक अन्य राजनयिक ने न्यूज वीक को बताया, “जब यूक्रेन बेहतर स्थिति में था, तो सैनिकों को भेजने का विचार आकर्षक लग रहा था लेकिन अब, जमीनी स्तर पर और अमेरिकी प्रशासन के साथ यूक्रेन कमजोर हुआ है, इसलिए यूरोपीय देशों का प्लान अब बहुत आकर्षक नहीं रह गया है।