औरैया में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या को उतारा मौत के घाट

मेरठ के बाद औरैया में एक पत्नी ने प्रेमी के साथ पति की हत्या की साजिश रची। इसके बाद कॉन्ट्रैक्ट किलर ने हाइड्रा चालक की गोली मारकर हत्या कर दी। शादी के 13वें दिन मायके पहुंची महिला ने प्रेमी से शारीरिक संबंध बनाए और वहीं पति को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।
प्रेमी-प्रेमिका व कॉन्ट्रैक्ट किलर के बीच सोशल मीडिया पर बातचीत हुआ करती थी। पत्नी ही पति की पल-पल की लोकेशन हत्यारोपित को दे रही थी। पुलिस ने पत्नी, उसके प्रेमी व हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया। सभी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पत्नी हाइड्रा चालक के बड़े भाई की साली है।
सदर कोतवाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसपी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि जनपद मैनपुरी थाना भोगांव के गांव नगला दीपा निवासी 25 वर्षीय दिलीप सिंह पुत्र सुमेर सिंह बुधवार को कन्नौज थाना इंदरगढ़ के गांव उर्मादा हाइड्रा लेकर काम करने गया था। वहां से वापस आने के दौरान बाइक सवार तीन युवक उसे काम दिखाने ले गए। वहां पहले धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया। इसके बाद सिर पर गोली मारकर अधमरा कर दिया। सूचना पर पहुंची सहार थाना पुलिस उसे बिधूना सीएचसी ले गई। वहां से उसे सैफई स्थित आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के लिए रेफर कर दिया गया।
आराम न मिलने पर स्वजन ग्वालियर, आगरा ले गए। डॉक्टर के मना करने पर 20 मार्च की रात करीब एक बजे चिचौली स्थित मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
भाई संदीप की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की। सीसी कैमरे के फुटेज में हाइड्रा का पीछा करते तीन युवक दिखाई। इसके बाद हाइड्रा से नीचे उतार कर चालक को ले जाते दिखाई दिए। चेहरे की पहचान होने के बाद सोमवार को स्पेशल आपरेशन ग्रुप प्रभारी राजीव कुमार, थानाध्यक्ष सहार पंकज मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनके हरपुरा मोड़ पर खड़े होने की सूचना मिली।
घेराबंदी कर अछल्दा के गांव प्रेम नगर निवासी रामजी नागर व फफूंद के गांव हजियापुर निवासी अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक-एक तमंचा व चार कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में अनुराग ने बताया कि उसका हाइड्रा चालक की पत्नी प्रगति से काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसके भाई को इसकी जानकारी होने के बाद उसकी शादी जबरन प्रगति के जीजा संदीप के भाई दिलीप के साथ पांच मार्च को करा दी। इसके बाद दोनों की बीच बातचीत बंद हो गई।
10 मार्च को चौथी के बाद प्रगति मायके पहुंची। वहां प्रेमी से उसकी बात होने लगी। 17 मार्च को दोनों एक होटल में मिले। दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद पति को रास्ते से हटाने की साजिश रची। बाद में प्रगति अपनी ससुराल पहुंच गई।
इधर, प्रेमी का संपर्क हिस्ट्रीशीटर रामजी नागर से हुआ। उसने हत्या के लिए दो लाख रुपये की मांग की। प्रगति ने प्रेमी के माध्यम से एक लाख रुपये नकद दिए। एक लाख काम होने के बाद देने की बात कही। हत्या में प्रगति के शामिल होने के साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने उसे मैनपुरी थाना भोगांव के गांव नगला दीपा से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद इटावा जेल भेज दिया।