कहीं आप अधिक सोकर तो नहीं कर रहे गलती, मर्द से ज्यादा महिलाओं को है लंबी नींद की जरूरत

नींद शरीर के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है। पर्याप्त नींद से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, मस्तिष्क को आराम मिलता है और शरीर की मरम्मत होती है। कई शोधों के अनुसार, महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक नींद की जरूरत होती है। कहा जाता है कि महिलाओं का मस्तिष्क पुरुषों की तुलना में अधिक जटिल होता है और यह मल्टीटास्किंग में अधिक सक्रिय रहता है। इसलिए उनके दिमाग को ज्यादा आराम और रिकवरी की जरूरत होती है। चलिए जानते हैं किसे कितनी नींद की होती है जरूरत।
उम्र के हिसाब से नींद की जरूरत
आयु के अनुसार नींद का औसत समय
उम्र नींद की जरूरत (प्रति दिन)
नवजात शिशु (0-3 महीने) 14-17 घंटे
शिशु (4-11 महीने) 12-16 घंटे
छोटे बच्चे (1-2 वर्ष) 11-14 घंटे
प्रीस्कूल (3-5 वर्ष) 10-13 घंटे
स्कूली बच्चे (6-13 वर्ष) 9-11 घंटे
किशोर (14-17 वर्ष) 8-10 घंटे
युवा वयस्क (18-25 वर्ष) 7-9 घंटे
वयस्क (26-64 वर्ष) 7-9 घंटे
वरिष्ठ नागरिक (65़ वर्ष) 7-8 घंटे
बच्चों और किशोरों को अधिक नींद की आवश्यकता होती है क्योंकि उनके शरीर का विकास हो रहा होता है। वयस्कों और वरिष्ठ नागरिकों को औसतन 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।
महिलाओं को पुरुषों से अधिक नींद क्यों चाहिए?
ब्रिटेन की लैफबोरो यूनिवर्सिटी में हुई एक रिसर्च के अनुसार महिलाओं को पुरुषों की तुलना में औसतन 20-30 मिनट अधिक नींद की जरूरत होती है। महिलाओं का दिमाग अधिक मल्टीटास्किंग करता है, जिससे उनका मस्तिष्क ज्यादा थकता है और उसे अधिक आराम की जरूरत होती है। महिलाएं अक्सर एक साथ कई काम करती हैं (घर का काम, ऑफिस, बच्चों की देखभाल), जिससे उनका मस्तिष्क अधिक थकता है। इसके अलावा माहवारी, गर्भावस्था और मेनोपॉज के दौरान हार्मोन में उतार-चढ़ाव के चलते भी उन्हें उन्हें अधिक नींद की जरूरत होती है।
पर्याप्त नींद क्यों है जरूरी?
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- दिल और ब्लड प्रेशर स्वस्थ रहता है।
- वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
- मांसपेशियों और ऊतकों की मरम्मत होती है।
- याददाश्त और एकाग्रता बेहतर होती है।
- मानसिक तनाव और अवसाद की संभावना कम होती है।
- मूड बेहतर रहता है।
- पर्याप्त नींद से त्वचा स्वस्थ और चमकदार रहती है।
- आंखों के नीचे काले घेरे नहीं होते।
- शरीर में कोलेजन का उत्पादन बेहतर होता है, जिससे एंटी-एजिंग प्रभाव मिलता है।
पर्याप्त नींद नहीं लेने के नुकसान
मस्तिष्क की कार्यक्षमता घटती हैः निर्णय लेने में कठिनाई होती है।
वजन बढ़ता हैः नींद की कमी से हार्मोन असंतुलित होते हैं, जिससे मोटापा बढ़ सकता है।
इम्यूनिटी कमजोर होती हैः संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
दिल की बीमारियों का खतराः उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक की संभावना बढ़ती है।
डायबिटीज का खतराः नींद की कमी से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ सकता है।
बेहतर नींद के लिए टिप्स
अच्छी नींद के लिए आपको नियमित दिनचर्या और स्वस्थ आदतें अपनानी चाहिए। सोने और जागने का समय फिक्स करेंजैसे-रोजाना एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें। छुट्टियों में भी नींद का समय न बदलें। सोने से 2-3 घंटे पहले भारी भोजन न करें।सोने से पहले चाय, कॉफी या सिगरेट न लें, इससे नींद में बाधा होती है। सोने से कम से कम 30 मिनट पहले मोबाइल, लैपटॉप और टीवी बंद कर दें, स्क्रीन की नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन को बाधित करती है, जिससे नींद प्रभावित होती है।