यूक्रेन के पीछे पड़े पर गाजा का युद्ध भी नहीं रोक पाए डोनाल्ड ट्रंप, इजरायली हमले में इतने लोगों की मौत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को रुकवाने का दावा कर रहे हैं। इसके लिए वह मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति के साथ उनकी पहले ही नोकझोंक हो गई है। दूसरी तरफ उनके शपथ ग्रहण से पहले ही गाजा में युद्धविराम का समझौता हो गया है लेकिन इजरायल ने एयरस्ट्राइक करके युद्ध का बिगुल एक बार फिर फूंक दिया है। इजराइल ने मंगलवार सुबह गाजा पट्टी क्षेत्र में हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए सिलसिलेवार हवाई हमले किए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमले में कम से कम 200 लोगों की मौत हो गई।

मध्य गाजा स्थित अल-अक्सा मार्टर अस्पताल आधारित मंत्रालय के प्रवक्ता खलील देगरान ने मंगलवार सुबह अद्यतन आंकड़े उपलब्ध कराए। कहा जा रहा है जनवरी में युद्धविराम के प्रभावी होने के बाद से यह गाजा में अब तक का सबसे भीषणतम हमला है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम को बढ़ाने के लिए वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं होने के कारण उन्होंने हमले का आदेश दिया। वहीं हमास का कहना है कि बेंजामिन नेतन्याहू हमला करके बाकी बचे बंधकों का बलिदान दे देना चाहते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई है और उसने इजराइल के फैसले का समर्थन किया। ‘व्हाइट हाउस’ ने फिर से युद्ध जैसी स्थिति के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा कि चरमपंथी समूह ‘युद्धविराम को बढ़ाने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था, लेकिन उसने इनकार कर दिया और युद्ध को चुना।’

मिस्र और कतर के साथ मध्यस्थता प्रयासों का नेतृत्व कर रहे अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने पहले ही आगाह किया था कि हमास को जीवित बंधकों को तुरंत रिहा करना चाहिए ‘या फिर भारी कीमत चुकानी होगी।’ नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, ‘इजराइल अब सैन्य ताकत बढ़ाकर हमास के खिलाफ कार्रवाई करेगा।’

रातभर हुए हमलों ने शांति का दौर खत्म कर दिया है और 17 माह से जारी संघर्ष के फिर से शुरू होने की आशंका को बढ़ा दिया है जिसमें 48,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए थे और गाजा तबाह हो गया। हमास द्वारा बंधक बनाकर रखे गए लगभग 24 इजराइली नागरिकों के भविष्य के बारे में इजराइल के हमलों के कारण संशय की स्थिति पैदा हो गई है जिनके बारे में माना जाता है कि वे अब भी जीवित हैं।

हमास ने आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौते को खत्म कर दिया और बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। बयान में हमास ने मध्यस्थों से इजराइल को ‘‘समझौते का उल्लंघन करने और उसे खत्म करने के लिए पूरी तरह से ज़िम्मेदार ठहराने’’ का आह्वान किया।

इसने एक बयान में इजराइल की ओर से किए गए हमलों की निंदा की और कहा कि इन हमलों ने बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है।

दक्षिणी शहर खान यूनिस में ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के संवाददाताओं ने धमाकों के बाद जगह-जगह धुएं का गुबार देखा। घायल लोगों को एंबुलेंस से नासिर अस्पताल ले जाया गया जहां मरीज फर्श पर पड़े थे और दर्द से तड़प रहे थे। एक छोटे लड़के के सिर पर पट्टी बंधी हुई थी, जबकि एक स्वास्थ्यकर्मी यह जांच रहा था कि उसे कहीं और तो चोट नहीं आई है। हाथ में गंभीर चोट आने से एक लड़की भी दर्द से चिल्ला रही थी।

कई फलस्तीनियों ने कहा कि जब फरवरी की शुरुआत में संघर्षविराम के दूसरे चरण पर वार्ता निर्धारित समय पर शुरू नहीं हो पाई तभी उन्हें युद्ध फिर से शुरू होने की आशंका लग रही थी। इजराइल ने एक वैकल्पिक प्रस्ताव को अपनाया और हमास पर इसे स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए क्षेत्र के 20 लाख फलस्तीनियों को भोजन, ईंधन तथा अन्य सहायता की सभी आवश्यक चीजों की आपूर्ति को रोक दिया। इस बीच, एक इजराइली अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि इजराइल हमास के उग्रवादियों, इसके नेताओं और बुनियादी ढांचों पर हमला कर रहा है तथा हवाई हमलों से परे अभियान को और बढ़ाने की योजना बना रहा है।

इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि अगर बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो गाजा में और बुरी हालत होगी। उन्होंने कहा, ‘हम तब तक लड़ाई नहीं रोकेंगे जब तक हमारे सभी बंधक घर नहीं पहुंच जाते।’

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