बच्चों को किस उम्र में कौन से ड्राई फ्रूट्स खिलाएं? जानिए पूरी जानकारी

बच्चों की सेहत और विकास के लिए सही डाइट बहुत महत्वपूर्ण होती है। ड्राई फ्रूट्स (सूखे मेवे) पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत होते हैं, जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए इनका सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, बच्चों के लिए इनका सही सेवन और सही उम्र पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं, बच्चों को कौन से ड्राई फ्रूट्स कब और कैसे खिलाने चाहिए।

6 महीने से 1 साल तक

इस उम्र के बच्चों का पाचन तंत्र बहुत नाजुक और कमजोर होता है। इसलिए, इस उम्र में बच्चों को सीधे तौर पर ड्राई फ्रूट्स नहीं देना चाहिए। इसके बजाय, सूखे मेवों को पाउडर बनाकर दिया जाता है। आप बादाम, काजू, पिस्ता, और किशमिश को सुखाकर उनका पाउडर बना सकते हैं और इसे दूध या दलिया में मिला कर बच्चे को दे सकते हैं। पाउडर के रूप में देने से बच्चों को इनका स्वाद भी मिल जाता है और पाचन में कोई परेशानी नहीं होती। इसके अलावा, आप इन सूखे मेवों को रात भर भिगोकर भी बच्चे को दे सकते हैं, क्योंकि भिगोने से इनमें मौजूद पोषक तत्व बेहतर तरीके से पाचन तंत्र द्वारा अवशोषित हो पाते हैं। यह बच्चों को प्रोटीन, विटामिन, और खनिजों का अच्छा स्रोत प्रदान करता है।

1 साल से 3 साल तक

1 से 3 साल के बच्चों का पाचन तंत्र थोड़ा मजबूत हो जाता है, इसलिए इस उम्र के बच्चों को ड्राई फ्रूट्स छोटे टुकड़ों में काटकर दिए जा सकते हैं। इस उम्र में बच्चों को बादाम, काजू, पिस्ता और किशमिश खिलाना उपयुक्त रहता है। हालांकि, किशमिश को पहले अच्छे से धोकर और सूखा कर देना चाहिए ताकि उसमें कोई गंदगी न हो। इन ड्राई फ्रूट्स को बच्चे के नाश्ते में या फिर दूध, दही या दलिये में मिलाकर दिया जा सकता है।

3 साल से 5 साल तक

इस उम्र में बच्चे तेजी से विकसित होते हैं और शारीरिक गतिविधियों में भी वृद्धि होती है। इस दौरान बच्चों को अखरोट, बादाम, काजू, पिस्ता, किशमिश और अंजीर जैसे ड्राई फ्रूट्स दिए जा सकते हैं। अखरोट और बादाम को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर दिया जा सकता है ताकि बच्चे आसानी से खा सकें। इसके अलावा, बच्चों को मिक्स ड्राई फ्रूट्स के रूप में भी दिया जा सकता है, जिससे वे अलग-अलग स्वाद का अनुभव कर सकें। आप इन ड्राई फ्रूट्स को मिठाइयों, हलवे या खीर में मिलाकर भी बच्चों को दे सकते हैं, जिससे उनका स्वाद बढ़े और बच्चों को यह खाने में मजा आए। इस उम्र में बच्चों की कैलोरी की जरूरत भी ज्यादा होती है, और ड्राई फ्रूट्स से उन्हें अतिरिक्त ऊर्जा मिलती है, जो उनके विकास के लिए आवश्यक है।

5 साल और उससे ऊपर

5 साल की उम्र के बाद बच्चे अधिकांश ड्राई फ्रूट्स को आसानी से पचा सकते हैं और खा सकते हैं। इस उम्र के बच्चों को बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता, किशमिश, अंजीर और पिपरमेंट ड्राई फ्रूट्स दिए जा सकते हैं। इन ड्राई फ्रूट्स को बच्चों के स्नैक्स के रूप में दिया जा सकता है, या फिर बच्चों के लिए खासे व्यंजन जैसे हलवा, खीर, लड्डू, बर्फी आदि में मिलाकर भी दिया जा सकता है। इस उम्र में बच्चों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं और वे खेल कूद, पढ़ाई, और अन्य गतिविधियों में भाग लेते हैं, जिनके लिए उन्हें अधिक पोषण की आवश्यकता होती है। ड्राई फ्रूट्स उनके विकास और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, ड्राई फ्रूट्स से बच्चों के मस्तिष्क और हड्डियों के विकास में भी मदद मिलती है।

ड्राई फ्रूट्स कैसे खिलाएं?

पाउडर बनाकररू छोटे बच्चों को सूखे मेवों का पाउडर बनाकर दूध या दलिया में मिलाकर देना बहुत फायदेमंद होता है। इस पाउडर में बादाम, काजू, अखरोट, और पिस्ता जैसे ड्राई फ्रूट्स हो सकते हैं। यह पाचन को सही रखने में मदद करता है और बच्चे को ऊर्जा प्रदान करता है। आप इसे किसी भी अन्य भोजन में भी मिला सकते हैं, जिससे बच्चे का पोषण बेहतर हो सके।

छोटे टुकड़ों में काटकर

जब बच्चे थोड़ा बड़े हो जाते हैं, तो आप सूखे मेवों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर दे सकते हैं। जैसे कि बादाम, पिस्ता, काजू, और किशमिश को छोटे टुकड़ों में काटकर बच्चों को खाने के लिए दें। इससे बच्चों को इन्हें खाने में आसानी होती है और वे खुद से इसे चबाकर खा सकते हैं, जो उनके मुँह और दांतों के लिए भी अच्छा होता है।

स्नैक्स के रूप में

बच्चों को ड्राई फ्रूट्स का मिश्रण स्नैक्स के रूप में दिया जा सकता है। आप मिक्स ड्राई फ्रूट्स जैसे कि बादाम, काजू, पिस्ता, किशमिश और अखरोट का मिश्रण बना सकते हैं, और बच्चों को छोटे-छोटे समय पर उन्हें खिलाने के लिए दे सकते हैं। यह न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि उनकी सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन और खनिज होते है।

मिठाइयों में मिलाकर

बच्चों को सूखे मेवों का सेवन करने के लिए आप उन्हें मिठाइयों के रूप में भी दे सकते हैं। आप ड्राई फ्रूट्स को हलवा, खीर, लड्डू, बर्फी या यहां तक कि चॉकलेट में मिलाकर बच्चों को दे सकते हैं। इससे बच्चों को स्वाद और सेहत का बेहतरीन मिश्रण मिलता है। इन मिठाइयों में ड्राई फ्रूट्स के साथ शक्कर की मात्रा कम रखें ताकि बच्चों को अधिक मीठा न मिले और उनका वजन भी कंट्रोल में रहे।

गर्मियों में ड्राई फ्रूट्स का पानी

गर्मियों में सूखे मेवों को पानी में भिगोकर बच्चों को देने से भी उन्हें ठंडक मिलती है और उनकी सेहत भी बनी रहती है। बादाम और किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर सुबह बच्चों को खिलाने से पाचन तंत्र बेहतर रहता है और शरीर में ताकत बनी रहती है। यह तरीका बच्चों के लिए स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है।

ड्राई फ्रूट्स के फायदे

हृदय स्वास्थ्य के लिएः ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट और काजू में अच्छे फैटी एसिड होते हैं, जो बच्चों के हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं।
दिमागी विकासः अखरोट और बादाम में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो मस्तिष्क के विकास के लिए फायदेमंद होते हैं।
ऊर्जा का स्रोतः ड्राई फ्रूट्स बच्चों को अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करते हैं, जो उन्हें सक्रिय और स्वस्थ बनाए रखते हैं।
पाचन में सुधारः किशमिश, बादाम और पिस्ता पाचन में सुधार करने में मदद करते हैं और कब्ज की समस्या को दूर रखते हैं।
त्वचा और बालों के लिएः ड्राई फ्रूट्स में विटामिन म् और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बच्चों की त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं और बालों को भी मजबूत करते हैं।

ड्राई फ्रूट्स बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, बशर्ते इन्हें सही मात्रा और सही तरीके से खिलाया जाए। बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार ड्राई फ्रूट्स देना उनके विकास के लिए एक अच्छा कदम हो सकता है। यह न सिर्फ उन्हें जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, बल्कि उनके शरीर और मस्तिष्क के विकास में भी मदद करता है। इस प्रकार, बच्चों को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए ड्राई फ्रूट्स को उनकी डाइट में शामिल करें।

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