सोने- चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल, जाने क्या रेट…

सोने की कीमतों में सोमवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। यह पहली बार 85,300 प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सोने की कीमतों में तेजी लगातार बढ़ती मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के चलते दर्ज की गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ (All India Sarafa Association) के अनुसार, रुपये में गिरावट और मजबूत ग्लोबल ट्रेंड सोने के भाव में इजाफे की बड़ी वजह हैं।
सोने और चांदी की ताजा कीमतें
- सोना (24 कैरेट): ₹85,300 प्रति 10 ग्राम
- सोना (22 कैरेट): ₹84,900 प्रति 10 ग्राम
- चांदी: ₹96,000 प्रति किलो (₹300 बढ़त)
- गोल्ड शनिवार को ₹84,900 पर बंद हुआ था।
- सोने के कीमतों में लगातार चौथे दिन बढ़त दिखी।
रुपये में गिरावट से बढ़ रहा सोना
भारतीय रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले 55 पैसे गिरकर 87.17 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह इसका नया ऑल टाइम लो-लेवल (All-Time Low) है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगा दिया है। इस फैसले के बाद वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ी। इससे रुपया भी गिर गया। कमजोर रुपये को सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का बड़ा कारण माना जा रहा है।
वायदा बाजार (Futures Market) में सोने और चांदी का हाल
MCX पर अप्रैल डिलीवरी वाला सोना 461 (+0.56%) रुपये बढ़कर 82,765 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा।
शनिवार को बजट पेश होने के दौरान सोने का भाव 1,127 रुपये उछलकर 83,360 रुपये पर पहुंच गया था।
मार्च डिलीवरी वाली चांदी की कीमत 436 रुपये (+0.47%) बढ़कर 93,650 रुपये प्रति किग्रा पर पहुंच गई।
सोने की कीमतों में तेजी पर एक्सपर्ट की राय
LKP Securities में रिसर्च एनालिस्ट Jateen Trivedi का कहना है कि अमेरिका में संभावित Trade War 2.0 की आशंका ने सोने को Safe Haven Asset के रूप में मजबूत बना दिया है। निवेशक अब सोने में अधिक निवेश कर रहे हैं। इसकी वजह शेयर बाजार और अन्य असेट में भीषण अस्थिरता है।
वहीं, HDFC Securities में कमोडिटीज के सीनियर एनालिस्ट Saumil Gandhi के मुताबिक, सोने की कीमतों में अब थोड़ा भी दिख रहा है। उनका कहना है कि इसकी वजह डॉलर का मजबूत होना और अमेरिकी बाजार में मुनाफावसूली है।
आने वाले दिनों में सोने की कीमतें कैसी रहेंगी?
इस हफ्ते निवेशकों की नजर अमेरिकी मैक्रोइकोनॉमिक डेटा पर रहेगी। इसमें JOLTs जॉब ओपनिंग्स, ISM सर्विसेज डेटा, ADP एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट और नॉन-फार्म पेरोल डेटा डेटा हैं। इसके आधार अमेरिकी की आर्थिक सेहत का पता चलेगा और उसी हिसाब से निवेशक सोने की खरीद या फिर बिक्री करेंगे।
Mirae Asset Sharekhan में कमोडिटी के Associate VP प्रवीण सिंह का कहना है कि इन डेटा प्वाइंट्स के आने के बाद सोने की कीमतों की दिशा तय होगी। अगर ग्लोबल अस्थिरता बढ़ी तो सोना और ऊपर जा सकता है।
क्या करें सोने के खरीदार और निवेशक
क्या यह सोने में निवेश का सही समय है?
एक्सपर्ट के मुताबिक इसका जवाब हां है, क्योंकि रुपये में गिरावट और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण सोने की कीमतें लंबी अवधि में और बढ़ सकती हैं।
क्या चांदी में निवेश करना सही रहेगा?
चांदी की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही है। इसे भी निवेश का अच्छा विकल्प माना जा सकता है।
गहनों के खरीदारों को क्या करना चाहिए?
एक्सपर्ट का मानना है कि अगर सोने की कीमतें गिरती हैं तो यह खरीदारी का अच्छा मौका हो सकता है।
क्या सोना 90,000 के पार जा सकता है?
अगर ट्रंप का टैरिफ वॉर जोर पकड़ता है, तो इससे वित्तीय अस्थिरता बढ़ेगी। इसका असर सोने की कीमतों में तेजी के रूप में दिखेगा।