कम उम्र में किन कारणो से शुरू होते हैं पीरियड्स? जानिए क्या हैं वजह

जब लड़की के शरीर में बदलाव आना शुरू होते हैं, तो वह शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से नए अनुभवों से गुजरती है। पीरियड्स का आना, जिसे मेन्सट्रुएशन या मासिक धर्म कहा जाता है, एक आम शारीरिक प्रक्रिया है जो महिलाओं के शरीर में एडल्टहुड की ओर एक कदम बढ़ने का संकेत देती है। आमतौर पर पीरियड्स 12 से 15 साल के बीच शुरू होते हैं, लेकिन कुछ लड़कियों में यह पहले भी शुरू हो सकते हैं। यदि किसी लड़की के शरीर में कम उम्र में पीरियड्स शुरू होते हैं तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में

ज्यादा वजन या मोटापा

यदि किसी लड़की का वजन ज्यादा है या वह मोटापे का शिकार है, तो उसके शरीर में अधिक फैट हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। मोटापे के कारण ओवरी (अंडाशय) पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे जल्दी पीरियड्स शुरू हो सकते हैं।

हार्मोनल असंतुलन

हार्मोन शरीर के विकास और मासिक धर्म चक्र को कंट्रोल करते हैं। यदि शरीर में हार्मोन का असंतुलन होता है, तो पीरियड्स जल्दी शुरू हो सकते हैं। विशेष रूप से थायरॉयड और इंसुलिन जैसे हार्मोन का असंतुलन इसका कारण बन सकता है।

पोषण की कमी

अगर लड़की को सही पोषण नहीं मिल रहा है, तो शरीर का विकास और हार्मोनल संतुलन प्रभावित हो सकता है। कुपोषण, खासतौर पर अगर कैलोरी की कमी हो या शरीर में आयरन की कमी हो, तो भी यह पीरियड्स के जल्दी आने का कारण बन सकता है।

बहुत ज्यादा शारीरिक या मानसिक तनाव

बहुत ज्यादा मानसिक और शारीरिक तनाव भी शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है। अगर किसी लड़की को अधिक मानसिक दबाव, जैसे परीक्षा का तनाव या शारीरिक तनाव का सामना करना पड़ता है, तो इससे पीरियड्स जल्दी शुरू हो सकते हैं।

मेडिकल कंडीशन

कुछ मेडिकल समस्याएं जैसे कि पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), डायबिटीज, और अंडाशय से जुड़ी बीमारियां पीरियड्स को जल्दी शुरू करने का कारण बन सकती हैं। इन समस्याओं में शरीर में हार्मोन का असंतुलन होता है, जो मासिक धर्म के चक्र को प्रभावित करता है।

जीन और पारिवारिक इतिहास

यदि आपकी मां या दादी का मासिक धर्म जल्दी शुरू हुआ था, तो आपको भी यह जल्दी शुरू होने का संभावना हो सकती है। यह एक सामान्य पारिवारिक पैटर्न हो सकता है। जीन और पारिवारिक इतिहास का इस पर गहरा असर होता है।

लाइफस्टाइल

आजकल की जीवनशैली, जिसमें ज्यादा तला-भुना खाना, कम शारीरिक गतिविधि और अनियमित दिनचर्या शामिल है, हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है। इसके साथ ही, प्रदूषण और पर्यावरणीय कारण भी शरीर के विकास और हार्मोनल चक्र को प्रभावित कर सकते हैं।

यदि कोई लड़की कम उम्र में पीरियड्स शुरू करती है, तो उसे सही पोषण, आराम और मानसिक स्थिति का ध्यान रखना चाहिए। समय पर जांच और उचित इलाज से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है।

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