टीम इंडिया ने नहीं की कोई गलती, जोस बटलर को शायद पता नहीं है कनकशन का नियम

भारत ने पुणे में खेले गए चौथे टी20 मैच में इंग्लैंड को हरा दिया और इसी के साथ पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की बढ़त ले ली है। हालांकि, चौथा मैच विवादों से घिर गया। टीम इंडिया ने चोटिल शिवम दुबे की जगह कनकशन लिया और दूसरी पारी में हर्षित राणा को उतारा। ये बात जोस बटलर को पसंद नहीं आई। उन्होंने इसे गलत करार दिया।
बटलर का कहना था कि दुबे एक ऑलराउंडर हैं और कनकशन के नियम के तहत जो खिलाड़ी आता है उसका रोल वही होना चाहिए जो बाहर गए खिलाड़ी का होता है। इस लिहाज से दुबे की जगह हर्षित राणा का आना गलत था क्योंकि दुबे ऑलराउंडर हैं और राणा सिर्फ तेज गेंदबाज। हालांकि, नियम को ध्यान से देखा जाए तो भारत ने कुछ भी गलत नहीं किया बल्कि बटलर नियम समझने में गलती कर बैठे।
क्या है नियम
एमसीसी के 1.2.7.3 के नियम के तहत, आईसीसी मैच रेफरी कनकशन रिप्लेसमेंट को तब मंजूरी दे सकता है जब यह ‘लाइक टू लाइक’ हो और इससे दूसरी टीम को कोई अतिरिक्त फायदा नहीं हो रहा हो।”
वहीं 1.2.7.7 के मुताबिक, “कनकशन रिप्लेसमेंट को लेकर जो अंतिम फैसला होगा वो मैच रैफरी का होगा और वो अंतिम ही होगा। टीमें इसे लेकर अपील नहीं कर सकतीं।”
इस नियम में लाइक टू लाइक को समझना आसान नहीं है। वैसे तो इसका सीधा सा मतलब लगता है कि जैसा खिलाड़ी बाहर गया है वैसा ही अंदर आएगा। यानी तेज गेंदबाज बाहर गया है तो तेज गेंदबाज ही अंदर आएगा, लेकिन इसमें भी पेच है। इस मामले को आईसीसी के पूर्व सीईओ जॉर्ज एलार्डिसे ने साल 2019 में अच्छे से समझाया था। उन्होंने कहा था, “हर स्थिति अलग होती है। ये इस बात पर निर्भर करती है जो खिलाड़ी बाहर जा रहा है उसका बाकी बचे मैच में क्या रोल रहेगा।”
यानी बाहर जाने वाले खिलाड़ी का जो रोल बचा है, आने वाला खिलाड़ी उस रोल को पूरा करने वाला जरूर होना चाहिए। भारत के मामले में इसे देखा जाए तो दुबे तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर है। वह भारत की पारी के आखिरी ओवर में चोटिल हुए थे। इंग्लैंड की पारी में वह तेज गेंदबाजी करते। यानी उनका रोल तेज गेंदबाज का होता। ऐसे में राणा को उनका रिप्लेसमेंट बनाकर टीम ने कोई गलती नहीं की।
राणा ने किया डेब्यू
राणा ने इसी तरह अपना टी20 डेब्यू किया। उन्होंने इस मैच में कुल तीन विकेट लिए। उन्होंने लियाम लिविंगस्टन और जैमी ओवरटन को आउट किया। लिविंगस्टन ने नौ रन बनाए तो वहीं जैकब बेथल ने छह रनों की पारी खेली। ओवरटन ने 19 रन ही बनाए। भारत ने इस मैच में नौ विकेट खोकर 181 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम 166 रन ही बना सकी और मैच के साथ सीरीज भी हार गई।